सोना और चांदी की चमक बरकरार -सोना 582 रुपए बढ़कर 1,34,204 और चांदी 1,896 रुपए तेज…

सोना और चांदी की चमक बरकरार -सोना 582 रुपए बढ़कर 1,34,204 और चांदी 1,896 रुपए तेज…

नई ‎दिल्ली, 15 दिसंबर। इस सप्ताह के पहले दिन सोमवार ‎को सोने और चांदी के वायदा भाव में मजबूती देखने को मिली। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का फरवरी कॉन्ट्रेक्ट 582 रुपये की तेजी के साथ 1,34,204 रुपये पर खुला। पिछले बंद भाव 1,33,622 रुपये था। सोने का वायदा भाव 1,34,730 रुपये पर कारोबार कर रहा था। दिन का उच्चतम स्तर 1,34,794 रुपये और निचला स्तर 1,34,204 रुपये रहा। सोने ने आज 1,35,263 रुपये के भाव को भी छुआ। चांदी के वायदा भाव में भी मजबूती देखी गई। एमसीएक्स पर मार्च कॉन्ट्रेक्ट 1,896 रुपये की तेजी के साथ 1,94,747 रुपये पर खुला। पिछले बंद भाव 1,92,851 रुपये था। खबर लिखे जाने तक चांदी का वायदा 1,95,718 रुपये पर कारोबार कर रहा था। दिन का उच्चतम स्तर 1,95,825 रुपये और निचला स्तर 1,94,681 रुपये रहा। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक संकेत, ब्याज दरों में संभावित बदलाव और सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग आने वाले समय में इन धातुओं की कीमतों को नई दिशा दे सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतें इस समय अहम प्रतिरोध स्तरों के पास स्थिर बनी हुई हैं, जो इसकी मजबूती को दर्शाता है। घरेलू बाजार में सोने को 1,31,000 से 1,32,000 रुपये के स्तर पर मजबूत सपोर्ट मिल रहा है। यदि कीमतें 1,35,000 रुपये के ऊपर टिकती हैं, तो कमजोर रुपये और सेफ-हेवन डिमांड के चलते गोल्ड 1,37,000 से 1,40,000 रुपये तक पहुंच सकता है। फिलहाल ट्रेंड बुलिश बना हुआ है और बड़ी गिरावट की आशंका कम जताई जा रही है। वहीं चांदी ने हाल ही में 2 लाख रुपये प्रति किलो का रिकॉर्ड उच्च स्तर छूने के बाद तेज मुनाफावसूली देखी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह गिरावट अल्पकालिक है और इसे केवल प्रॉफिट बुकिंग के तौर पर देखा जाना चाहिए। चांदी के लिए 1,80,000 से 1,81,000 रुपये प्रति किलो का स्तर मजबूत टेक्निकल सपोर्ट माना जा रहा है। हालांकि, यदि बिकवाली का दबाव बढ़ता है तो कीमतें इससे नीचे भी जा सकती हैं। निकट भविष्य में चांदी के लिए 1,95,000 से 2,00,000 रुपये प्रति किलो का स्तर अहम रेजिस्टेंस रहेगा। यदि यह इन स्तरों के ऊपर निकलती है तो नए रिकॉर्ड बन सकते हैं, जबकि 1,90,000 रुपये से नीचे फिसलने पर कमजोरी और बढ़ सकती है।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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