गंगा स्नान के लिए दिखाना होगा कोरोना टीकाकरण का सर्टिफिकेट, तैनात हुए मजिस्ट्रेट
गंगा स्नान के लिए दिखाना होगा कोरोना टीकाकरण का सर्टिफिकेट, तैनात हुए मजिस्ट्रेट
बेगूसराय, 25 अक्टूबर। पर्व-त्यौहार के पावन माह कार्तिक में दूरदराज से बिहार के पावन गंगा तट सिमरिया में स्नान करने के लिए आने वाले लोगों को इस वर्ष भारी निराशा हाथ लगी है। कार्तिक महीने में सिमरिया में सिर्फ वही लोग स्नान कर सकेंगे, जिन्होंने कोरोना का दोनों टीका ले लिया है। सिमरिया घाट में एंट्री करने से पहले श्रद्धालुओं को टीका लेने का सर्टिफिकेट मजिस्ट्रेट को दिखाना होगा। बगैर टीका लिए हुए लोगों को गंगा स्नान से रोकने के लिए बड़ी संख्या में मजिस्ट्रेट और पुलिस वालों को तैनात कर दिया गया है। हालांकि कार्तिक में गंगा स्नान के लिए जुटने वाली भारी भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने तैयारी भी कर ली है।
डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने आज बताया कि गृह विभाग के जारी निर्देश के आलोक में इस वर्ष भी सिमरिया में लगने वाले कार्तिक कल्पवास मेला पर रोक लगा दी गई थी लेकिन संत महात्माओं के प्रोटोकॉल का पालन करने के आश्वासन पर कल्पवास की अनुमति दी गई है। सिमरिया में किसी प्रकार के परिक्रमा, मेला और भीड़भाड़ जुटाने पर रोक लगी हुई है लेकिन पर्व त्यौहार के माह कार्तिक में विभिन्न धार्मिक तिथियों के अवसर पर एकादशी, धनतेरस, दीपावली, छठ के नहाय खाय, खरना संध्याकालीन एवं प्रातःकालीन अर्घ्य,
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इस अवसर पर सभी लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। सिमरिया में गंगा घाट पर स्नान करने के लिए सिर्फ कोरोना का दोनों टीका लेने वाले को ही अनुमति दी जाएगी। इसके लिए एनएच के किनारे स्थित सिमरिया के प्रवेश द्वार और पुल से नीचे उतरने के रास्ते पर अधिकारियों को तैनात किया गया है। कोरोना का दोनों टीका लेने संबंधी प्रमाण पत्र दिखाने के बाद ही गंगा किनारे प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इस आदेश का कड़ाई पूर्वक पालन कराया जाएगा। जिला प्रशासन कल्प वासियों को सभी सुविधा देने के साथ-साथ उन्हें वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए तत्पर है, सभी लोगों को नियम और प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय परिक्रमा तिथि तथा कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भीड़ भाड़ लगने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। भीड़ के मद्देनजर 16 स्नान घाट में बैरीकेटिंग करने, नियंत्रण कक्ष, गुमशुदा तलाश केंद्र, रोशनी, महिलाओं के कपड़ा बदलने की व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, साफ-सफाई, पानी, शौचालय, यातायात संधारण आदि को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख धार्मिक तिथि को गंगा स्नान के लिए भारी भीड़ जुटने की संभावना के मद्देनजर विशेष व्यवस्था की गई है। विधि व्यवस्था के लिए 27 जगहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बलों को तैनात किया गया है।
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