लोकसभा में शिवराज पाटिल और संसद पर हमले के शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि
लोकसभा में शिवराज पाटिल और संसद पर हमले के शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली, 12 दिसंबर। लोकसभा में सदस्यों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष शिवराज पाटिल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें और संसद पर 24 साल पहले हुए हमले में मारे गये शहीदों को शुक्रवार को मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष शिवराज पाटिल के निधन की सूचना दी। उंन्होने बताया कि श्री पाटिल ने केंद्रीय मंत्री के रूप में भी काम किया। श्री पाटिल 7वीं से 13वीं लोकसभा तक सात बार सदन के सदस्य रहे। उन्होंने 1991 से 2996 तक लोकसभा अध्यक्ष के रूप में सेवाएं दी।
श्री बिरला ने बताया कि श्री पाटिल का उच्च कोटि की संसदीय मर्यादाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा और उनके नेतृत्व में लोकसभा में संसद में विभागों के संबंधी समितियां गठित करने की पहल की गई जिससे विधायिका के प्रति कार्यपालिका की जवाबदेही को और मजबूत करने में सहायता मिली। उनके कार्यकाल के दौरान उत्कृष्ट सांसद सम्मान की शुरुआत भी हुई। वह 2004 से 2010 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे। केंद्र सरकार में गृह मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों का कार्यभार संभाल चुके श्री पाटिल अनेक संसदीय समितियों के सभापति तथा सदस्य भी रहे।
उन्होंने बताया कि श्री पाटिल ने पंजाब और राजस्थान के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। वह दो कार्यकाल के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य रहे हुए विधानसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी रहे। उन्होंने महाराष्ट्र मंत्री परिषद के रूप में भी अपनी सेवाएं दी। श्री पाटिल का शुक्रवार सुबह महाराष्ट्र के लाटूर में 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
श्री बिरला ने संसद परिसर में हुए आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए वीरों को भी याद करते हुए नमन किया और कहा कि 13 दिसंबर को हमारे संसद भवन पर 2001 में हुए कायरतापूर्ण हमले के 24 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस दिन आतंकवादियों ने हमारे लोकतंत्र के पवित्र स्थल पर हमला किया था। संसद भवन की सुरक्षा में तैनात हमारे वीर सुरक्षा बलों की जवानों ने इस हमले को नाकाम कर दिया था। आतंकवादियों के हमले में संसद की सुरक्षा सेवा, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के आठ सुरक्षा कर्मियों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। इस आतंकवादी हमले में पीडब्ल्यूडी के एक कर्मचारी भी शहीद हुए थे। यह सभा 13 दिसंबर 2001 के आतंकवादी हमले में संसद भवन की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त सभी अमर शहीदों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती है।
श्री पाटिल के निधन तथा संसद भवन पर आतंकी हमले के शहीदों के सम्मान में मौन रखने के बाद श्री बिरला ने 12 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट



