भारतीय फुटबॉल टीम एएफसी अंडर-23 एशियाई कप क्वालीफायर में दूसरे स्थान पर
भारतीय फुटबॉल टीम एएफसी अंडर-23 एशियाई कप क्वालीफायर में दूसरे स्थान पर
फुजैरा (यूएई), 31 अक्टूबर। गोलकीपर धीरज सिंह के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने ग्रुप ई के मुकाबले में पेनल्टी शूटआउट में किर्गिस्तान को 4-2 से हराकर दूसरा स्थान हासिल किया जो एएफसी अंडर-23 एशियाई फुटबॉल क्वालीफायर में टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। नियमित समय के बाद मुकाबला गोल रहित बराबर रहा था।
मैच के ड्रॉ रहने के बाद दोनों टीमों के ग्रुप में चार अंक रहे और साथ ही गोल अंतर भी समान (शून्य) था। दोनों टीमों ने सभी मैचों में समान दो गोल दागे। ग्रुप ई में क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम का फैसला करने के लिए पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया जिसे भारत ने 4-2 से जीता। इससे पहले यूएई ने ओमान को 2-0 से हराया और ग्रुप ई में शीर्ष पर रहा।
प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष टीम और सभी ग्रुपों से दूसरे स्थान पर रहने वाली सर्वश्रेष्ठ चार टीमेंअगले साल होने वाली प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई करेंगी। भारत पहली बार एएफसी अंडर-23 एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करेगा या नहीं अब यह जानने के लिए अन्य ग्रुप के मैचों के खत्म होने का इंतजार करना पड़ेगा। पेनल्टी शूटआउट में धीरज ने विरोधी टीम के खिलाड़ियों के दो शॉट रोके जबकि भारत की ओर से राहुल केपी, रोहित दानु, सुरेश सिंह और रहीम अली ने गोल दागे।
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इससे पहले मैच की शुरुआत में भारत ने पांचवें मिनट में पहला मूव बनाया लेकिन अपुइया का लंबी दूरी से मारा गया शॉट किर्गिस्तान के डिफेंस को मुश्किल में नहीं डाल पाया। दो मिनट बाद राहुल ने बाएं छोर से मूव बनाया। राहुल ने कुमारबाई उलु को पछाड़ा लेकिन आदिलेत कानिबेकोव ने संकट टाल दिया।
तीन मिनट बाद किर्गिस्तान के फारवर्ड अलिगुलोव मकसत के प्रयास को नरेंदर ने नाकाम किया और फिर तापेव तेमिर बोलोत के मूव को भी विफल किया।
विक्रम का प्रयास 21वें मिनट में लक्ष्य से दूर रहा जबकि चार मिनट बाद उनके पास पर अमरजीत भी गोल करने में नाकाम रहे।मध्यांतर से पहले दोनों ही टीमें गोल करने में नाकाम रहीं। दूसरे हाफ में किर्गिस्तान ने तेज शुरुआत की। मकसत के पास टीम को बढ़त दिलाने का मौका था लेकिन उनका शॉट गोल से दूर रहा।
भारत ने एक घंटा पूरा होने पर हैंडबॉल के लिए पेनल्टी की मांग की लेकिन मालदीव के रैफरी मोहम्मद जाविज ने इस मांग को कोई तवज्जो नहीं दी।
भारत को सात मिनट बाद गोल करने का सर्वश्रेष्ठ मौका मिला। दीपक तंगरी ने गोलमुख के समीप बाइसिकिल किक लगाई लेकिन सतर्क गोलकीपर तोकोतेइव इर्झान ने उनके प्रयास को नाकाम कर दिया। दोनों टीमों ने इसके बाद कई मूव बनाए लेकिन गोल करने में सफलता नहीं मिली।
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