कई देशों के साथ एफटीए से सीए, डॉक्टर और आर्किटेक्ट जैसे पेशेवरों के लिए विदेश में खुलेंगे अवसर…
कई देशों के साथ एफटीए से सीए, डॉक्टर और आर्किटेक्ट जैसे पेशेवरों के लिए विदेश में खुलेंगे अवसर…

नई दिल्ली, 25 दिसंबर । भारत द्वारा विभिन्न देशों के साथ किए गए मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के तहत पेशेवर सेवाओं को लेकर की गई बाध्यकारी प्रतिबद्धताएं चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए), डॉक्टर, आर्किटेक्ट सहित अन्य पेशेवरों के लिए विदेशों में नए अवसर खोलने में अहम भूमिका निभाएंगी। यह बात वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने कही।
अग्रवाल ने कहा कि भारत की विशाल आबादी और मजबूत शैक्षणिक ढांचा पेशेवर सेवाओं की बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करने की अपार क्षमता प्रदान करता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस क्षमता का पूरा लाभ उठाने के लिए वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाना और भारतीय पेशेवरों को बदलते अंतरराष्ट्रीय बाजार की जरूरतों व तकनीकी विकास के अनुरूप उन्नत कौशल से लैस करना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) जैसे पेशेवर निकायों को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों के आयोजन और उनमें सक्रिय भागीदारी के जरिए ज्ञान साझा करने और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए। इससे भारतीय पेशेवरों को अंतरराष्ट्रीय मानकों और अपेक्षाओं के अनुरूप तैयार किया जा सकेगा।
वाणिज्य सचिव ने भारतीय पेशेवर सेवाओं के लिए वैश्विक बाजार खोलने के उद्देश्य से हितधारकों के बीच बेहतर समन्वय, घरेलू तंत्र में सुधार और विभिन्न एफटीए के तहत कानूनी रूप से बाध्यकारी प्रतिबद्धताओं के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से न केवल भारतीय पेशेवरों की वैश्विक स्वीकार्यता बढ़ेगी, बल्कि भारत की सेवा निर्यात क्षमता को भी नई मजबूती मिलेगी।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

