अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स गिरोह में शामिल इंजीनियर महिला समेत तीन गिरफ्तार..

अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स गिरोह में शामिल इंजीनियर महिला समेत तीन गिरफ्तार..

नोएडा,। रेव पार्टी में इस्तेमाल होने वाले एमडीएमए नशीली गोलियों की सप्लाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सप्लाई रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में पुलिस ने सेक्टर-61 में इंजीनियर युवती के घर पर छापेमारी कर 289 एमडीएमए नशीली गोलियां बरामद की हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 25 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस ने युवती के प्रेमी समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, गिरोह के सरगना समेत नशे के तीन सौदागर पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।

फेज-3 कोतवाली पुलिस को रविवार की रात एचपी पेट्रोल पंप के पास नशीले पदार्थों की सप्लाई करते दो युवकों की सूचना मिली। पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों युवकों को दबोच लिया। आरोपियों की पहचान पुलकित कपूर निवासी आम्रपाली जोडिएक सेक्टर-120 और अभिषेक चौहान निवासी मामूरा के रूप में हुई। पुलिस ने कोतवाली लाकर आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि सेक्टर-61 निवासी इंजीनियर युवती पूजा गुप्ता अपने घर से ड्रग्स सप्लाई का रैकेट चला रही है। पुलिस के अनुसार अभिषेक चौहान आरोपी युवती का प्रेमी है। गिरोह में शामिल तीनों आरोपी रेव पार्टी में इस्तेमाल होने वाली नशीली गोलियों की दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करते थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर उनको कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

आरोपी युवती पूजा गुप्ता की मां एमबीबीएस डॉक्टर हैं और पिता गोरखपुर रेलवे में इंजीनियर हैं। पूजा ने तमिलनाडू के नामचीन विश्वविद्यालय से बीटेक किया है। फिलहाल वह सेक्टर-82 की एक एमएनसी कंपनी में कंसल्टेंट इंजीनियर थी। वहीं, सेक्टर-61 के जिस बहुमंजिला घर में छापेमारी हुई है, वह युवती के मां के नाम पर है। हालांकि, पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है कि युवती नशे के कारोबार में किस तरह आई। उसके घर पर तीन से चार नौकर भी काम करते है। युवती को कंपनी से 40 हजार रुपये से अधिक वेतन मिलता है।

आरोपी युवती साल भर से रेव पार्टी में इस्तेमाल होने वाले एमडीएमए नशीली गोलियों की सप्लाई करती थी। उसके साथ प्रेमी अभिषेक चौहान और एक अन्य साथी पुलकित भी शामिल थे। आरोपी एक गोली को एक हजार रुपये में बेचते थे। इससे उनकी महीना भर में कई लाख रुपये की कमाई होती थी, जिससे वह अपने शौक पूरे करते थे। पुलिस ने दावा किया है कि युवती जिस ड्रग्स की सप्लाई करती थी, वह नीदरलैंड और अफगानिस्तान से कूरियर के माध्यम से भारत आती थी। गिरोह में शामिल आरोपी सुर्यांश युवती को ड्रग्स मुहैया कराता था, जिसके बाद प्रतिशत के आधार पर ये लोग उसकी सप्लाई नोएडा व ग्रेनो समेत दिल्ली एनसीआर में करते थे। पुलिस को युवती के घर से नीदरलैंड और अफगानिस्तान के कूरियर के लिफाफे मिले हैं, जिन्हें कब्जे में ले लिया गया है। दावा किया जा रहा है कि गिरोह का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी है। फिलहाल पुलिस की एक टीम इस मामले की जांच कर रही है।

पुलिस ने बताया कि गिरोह का सरगना सुर्यांश है, जो बीएमडब्ल्यूए समेत अन्य लग्जरी वाहनों से चलता है। इसके अलावा प्रणय और दिदिप्य भी उसके साथ जुड़े हैं। ये लोग कहां के रहने वाले हैं और क्या करते हैं, फिलहाल इस बारे में पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है। बताया जाता है कि यही लोग पूजा तक ड्रग्स पहुंचाते थे। पुलिस ने दावा किया है कि ये गोलियां सामान्य से दस गुना ज्यादा नशीली होती हैं। एमडीएमए एक तरह का सिंथेटिक ड्रग है, जो उत्तेजक और मतिभ्रम के रूप में काम करता है। इसके इस्‍तेमाल से शरीर में अचानक ऊर्जा की वृद्धि होती है। व्यक्ति के सोचने समझने का तरीका एकदम बदल जाता है।

इस मामले में कई पहलुओं पर जांच चल रही है। पुलिस फरार आरोपियों का पता लगा रही है, जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
-रामबदन सिंह, डीसीपी सेंट्रल नोएडा

दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट

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