कच्चा या अधपका न खाएं, शरीर में जमा हो जाएंगे जहरीले तत्व

कच्चा या अधपका न खाएं, शरीर में जमा हो जाएंगे जहरीले तत्व

-विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन-

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के अनुसार, पशु आधारित कच्चे खाद्य पदार्थों के दूषित होने की सबसे अधिक संभावना है। इसका मतलब यह है कि अगर आप कच्चा या अधपका मांस और चिकन, कच्चे या हल्के पके हुए अंडे, कच्चा दूध और कच्ची मछली का सेवन करते हैं, तो आपको फूड पॉइजनिंग का खतरा हो सकता है।

बेहतर स्वास्थ्य के लिए बेहतर खान-पान जरूरी है। खाने में किसी भी तरह की लापरवाही आपकी सेहत के लिए भारी पड़ सकती है। लोग जाने-अनजाने ऐसी चीजों का सेवन करते रहते हैं, जो शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा करती रहती हैं। सभी चीजों को बनाने और खाने का तरीका अलग-अलग होता है। ऐसा माना जाता है कि खाने की कुछ चीजों में ऐसे जहरीले तत्व पाए जाते हैं जिनसे विभिन्न तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इन चीजों में हानिकारक कीटाणु हो सकते हैं, जो भोजन के दूषित करने के साथ आपको बहुत बीमार कर सकते हैं।

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के अनुसार, पशु आधारित कच्चे खाद्य पदार्थों के दूषित होने की सबसे अधिक संभावना है। इसका मतलब यह है कि अगर आप कच्चा या अधपका मांस और चिकन, कच्चे या हल्के पके हुए अंडे, कच्चा दूध और कच्ची मछली का सेवन करते हैं, तो आपको फूड पॉइजनिंग का खतरा हो सकता है।

सीडीसी का मानना है कि फल और सब्जियां भी दूषित हो सकती हैं। खाने की कुछ चीजें आपको बीमार कर सकती हैं। कोई भी खाने की चीज खेत में, प्रोसेसिंग के दौरान फूड प्रोडक्शन चेन के दौरान दूषित हो सकती है। चलिए जानते हैं कि वो कौन से खाद्य पदार्थ हैं, जो विषाक्तता से अधिक जुड़े हुए हैं और उनसे बीमार होने से कैसे बचा जा सकता है।

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चिकन या लाल मांस

कच्चा और अधपका मांस या चिकन आपको बीमार कर सकते हैं। अधिकांश कच्चे मुर्गे में कैम्पिलोबैक्टर होता है। इसमें साल्मोनेला, क्लोस्ट्रीडियम परफिरिंगेंस और अन्य बैक्टीरिया भी हो सकते हैं। कच्चे मांस में साल्मोनेला, ई. कोलाई, यर्सिनिया और अन्य बैक्टीरिया हो सकते हैं। इन्हें बनाने पहले आपको अच्छी तरह धोना चाहिए और पकाते समय कच्चा नहीं छोड़ना चाहिए।

फल और सब्जियां

ताजे फल और सब्जियां खाने से महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, लेकिन कभी-कभी कच्चे फल और सब्जियां साल्मोनेला, ई कोलाई और लिस्टेरिया जैसे हानिकारक कीटाणुओं से खाद्य विषाक्तता का कारण बन सकती हैं। ताजे फल और सब्जियां खेत से घर तक की यात्रा के दौरान कहीं भी दूषित हो सकती हैं। इन्हें पकाने से पहले अच्छी तरह धोएं और अधपका न छोड़ें।

कच्चा दूध

आप कच्चे (अनपास्चराइज्ड) दूध और उससे बने उत्पादों से बहुत बीमार हो सकते हैं. इन चीजों में सॉफ्ट चीज़, आइसक्रीम और दही भी शामिल हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि कच्चा दूध हानिकारक कीटाणुओं से भरा हो सकता है, जिनमें कैम्पिलोबैक्टर, क्रिप्टोस्पोरिडियम, ई. कोलाई, लिस्टेरिया और साल्मोनेला शामिल हैं। आपको कच्चा दूध पीने से बचना चाहिए।

अंडे

अंडेमें साल्मोनेला नामक एक जर्म हो सकता है जो आपको बीमार कर सकता है। भले ही अंडा साफ और बिना फटा दिखे लेकिन ऐसा हो सकता है। कच्चे या अधपके अंडे से रेसिपी तैयार करते समय पास्चुरीकृत अंडे और अंडे के उत्पादों का उपयोग करें। अंडे को तब तक पकाएं जब तक कि जर्दी और सफेद हिस्सा सख्त न हो जाएं।

आटा

आटा आमतौर पर एक कच्चा कृषि उत्पाद है जिसका बैक्टीरिया को मारने के लिए कोई ट्रीटमेंट नहीं किया जाता है। यही वजह है कि हानिकारक कीटाणु अनाज को दूषित कर सकते हैं। आटे से बने भोजन को पकाने से जीवाणु मर जाते हैं। इसलिए आपको कभी भी कच्चा आटा नहीं चखना चाहिए। कच्ची रोटी खाने से भी खतरा बढ़ सकता है।

इसके अलावा सामूहिक भोज में परोसी जानी वाली सलाद भी बहुत नुकसानदायक होती हैं कारण उनका रख रखाव में स्वच्छता का आभाव होता हैं .इसके लिए ना भी खाये वह लाभकारी होता हैं।

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