मेलबर्न टेस्ट में नहीं खेलेंगे कमिंस
मेलबर्न टेस्ट में नहीं खेलेंगे कमिंस

एडिलेड, 21 दिसंबर । अपनी चोट की परवाह किये बिना एडिलेड टेस्ट में खेलने वाले आस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने संकेत दिए हैं कि बॉक्सिंग-डे टेस्ट और इसके बाद शायद अब वह इस सीरीज का कोई मैच खेलेंगे। मैच में छह विकेट लेने वाले कमिंस ने बैक इंजरी से उबरते हुए लगभग साढ़े पांच महीने बाद कोई मैच खेला था और उनके लिए लगातार दो टेस्ट खेलना आसान नहीं होने वाला था।
मैच के बाद कमिंस ने कहा, “मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं लेकिन बाकी बची सीरीज के लिए हमें इंतजार करके देखना होगा। हमें पता था कि ऐशेज जीतना है तो हमने काफी आक्रामक तैयारी की थी और हमें लगता है कि यह इसके लायक था। अब जबकि सीरीज जीती जा चुकी है तो ऐसा लग रहा है कि काम हो गया और अब खतरे के बारे में फिर से निरीक्षण की जरूरत है। अगले कुछ दिनों में हम इस पर काम कर लेंगे, लेकिन मुझे संदेह है कि मैं शायद ही मेलबर्न टेस्ट में खेलूं और फिर हम सिडनी के बारे में बात करेंगे। लेकिन निश्चित रूप से सीरीज शुरू होने से पहले, सीरीज के दौरान, हमने सोचा था कि चलो जोखिम उठाते हैं और प्रयास करते हैं, अब जब यह खत्म हो गई है, तो मुझे लगता है कि हमें इस बारे में बात करनी होगी। ये ऐसी सीरीज है जिसके बारे में हम लंबे समय से सोच रहे थे। आज ये आसान नहीं था, लेकिन हम काम पूरा करने में सफल रहे। हमारा चेंजिंग रूम बेहद उत्सुक है।”
इंग्लैंड पर दबाव बनाए रखने को लेकर कमिंस ने कहा, “मुझे लगता है कि यही वह समय होता है जब यह क्रिकेट टीम अपने सर्वश्रेष्ठ पर होती है। ऑस्ट्रेलिया में आप चीजो को अधिक जल्दबाजी में नहीं कर सकते। आप चाहेंगे कि सब कुछ फौरन हो जाए, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता। यहां अधिकतर समय पुराने ढंग की मेहनत और लगातार जद्दोजहद करनी पड़ती है। आज सभी खिलाड़ियों की मेहनत मुझे बेहद पसंद आई। मैच थोड़ा सा मेरी उम्मीद से अधिक करीब आ गया था, लेकिन मैं बेहद खुश हूं। मुझे लगता है कि इस समूह पर मुझे सबसे अधिक गर्व इसी बात का है। चीजे कभी भी पूरी तरह परफेक्ट नहीं होतीं, हमेशा कुछ न कुछ सामने आ जाता है।”
उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में इस समूह ने दिखाया है कि वह बस आगे बढ़ता रहता है। मैं ख़ुद पहले कुछ मैचों में नहीं खेल पाया, स्टीव ने तुरंत जिम्मेदारी संभाली और सब कुछ बेहद सहज रहा। हमेशा कुछ न कुछ होता रहता है। आज ही नाथन लायन का आखिरी कुछ घंटों में हैमस्ट्रिंग खिंच जाना। पिछले दो महीने काफी जद्दोजहद भरे रहे। मैंने स्वयं को हर मुमकिन अवसर दिया, लेकिन जब ऐसे दिन मिलते हैं, खचाखच भरा मैदान और ऐशेज को बरकरार रखना तो सारी मेहनत वसूल हो जाती है।”
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

