थाईलैंड-कंबोडिया के बीच तनाव बढ़ा: पहली बार तीन थाई नागरिकों की मौत
थाईलैंड-कंबोडिया के बीच तनाव बढ़ा: पहली बार तीन थाई नागरिकों की मौत

सुरिन (थाईलैंड), 12 दिसंबर। हालिया संघर्ष रविवार को एक झड़प से शुरू हुआ, जिसमें दो थाई सैनिक घायल हो गए थे। इस झड़प के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुआ शांति समझौता टूट गया था। जुलाई में पांच दिनों तक चले खूनी संघर्ष के बाद संघर्षविराम समझौते पर सहमति बनी थी। हाल के संघर्ष में करीब दो दर्जन लोगों की मौत की खबर है। जबकि सीमा के दोनों ओर सैकड़ों हजार लोग विस्थापित होकर अस्थायी आश्रयों या रिश्तेदारों के पास चले गए हैं।
थाई सेना के बयान के मुताबिक, बुधवार रात कंबोडिया ने थाई चौकियों पर तोप और मोर्टार से हमला किया, जिसके बाद थाई सेना ने भी उसी तरह के हथियारों का इस्तेमाल कर जवाब दिया और उनके ट्रकों को नुकसान पहुंचाया। कंबोडिया की वेबसाइट ‘फ्रेश न्यूज’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि गुरुवार सुबह भी तोपों की झड़प जारी थी।
पोप लियो ने ताजा संघर्ष पर दुख जताया
दोनों दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के ताजा संघर्ष पर वेटिकन सिटी ने भी दुख जताया है। वेटिकन ने कहा कि पोप लियो चौदहवें ताजा संघर्ष की खबर सुनकर दिल की गहराई दुखी हैं। उन्होंने कहा, इसमें नागरिकों हताहत हुए हैं और लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं। मैं इन प्रिय लोगों ने प्रार्थना करता हूं।
दोनों पक्षों को संघर्षविराम पर लौटने के लिए कहेंगे: ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह दोनों दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से संघर्षविराम समझौते पर वापस लौटने के लिए कहेंगे। जुलाई में दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम मलयेशिया की मध्यस्था और ट्रंप के दबाव में हुआ था। ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर थाईलैंड और कंबोडिया सहमत नहीं हुए तो वह उनकी व्यापार सुविधाएं रोक देंगे। अक्तूबर में मलयेशिया में एक बैठक में संघर्षविराम समझौते को औपचारिक रूप दिया गया।
फिर भी दोनों देशों ने प्रचार युद्ध जारी रखा और कम स्तर की सीमा पार हिंसा होती रही। कंबोडिया ने शिकायत की कि थाईलैंड ने 18 सैनिक वापस नहीं किए, जबकि थाईलैंड ने शिकायत की कि सीमा पर सैनिक घातक सुरंगों में घायल हुए हैं। इन नई सुरंगों को कंबोडिया ने बनाया। कंबोडिया का कहना है कि ये सुरंगें 1999 में समाप्त हुए गृह युद्ध से हैं।
ट्रंप ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह गुरुवार को दोनों नेताओं से फोन पर बात करेंगे और दोनों पक्षों को फिर से लड़ाई बंद करने के लिए मना लेंगे। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मैं उन्हें लड़ाई रोकने के लिए मना सकता हूं। और कौन कर सकता है? वहीं, थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिनन चार्नविराकुल ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि बातचीत के लिए अमेरिका ने थाईलैंड से संपर्क नहीं किया है। अनुतिन ने कहा कि जनता की भावनाओं को देखते हुए वह तब तक संघर्ष जारी रखेंगे जब तक थाईलैंड की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

