सभी ‘थर्ड वर्ल्ड’ देशों से प्रवासियों को स्थायी रूप से रोकेंगे : ट्रंप…

सभी ‘थर्ड वर्ल्ड’ देशों से प्रवासियों को स्थायी रूप से रोकेंगे : ट्रंप…

न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 28 नवंबर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह सभी ‘‘थर्ड वर्ल्ड’’ देशों से आने वाले प्रवासियों को ‘‘स्थायी रूप से रोक’’ देंगे और उन विदेशी नागरिकों को देश से बाहर निकाल देंगे जो ‘‘सुरक्षा के लिए खतरा’’ साबित होते हैं। ‘थर्ड वर्ल्ड’ शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर गरीब या पिछड़े देशों के लिए किया जाता है।
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ट्रंप प्रशासन ने एक अफगान नागरिक रहमानुल्लाह लकनवाल द्वारा नेशनल गार्ड के दो सदस्यों पर गोलीबारी की घटना के बाद आव्रजन पर की जा रही कार्रवाई को और तेज कर दिया है। इस गोलीबारी में घायल हुई अमेरिकी सेना की विशेषज्ञ सारा बेकस्ट्रॉम (20) की मौत हो गयी है जबकि अमेरिका वायु सेना के स्टाफ सॉर्जेंट एंड्रयू वोल्फ (24) की हालत गंभीर बनी हुई है।

ट्रंप प्रशासन ने कहा कि वह ‘‘हर चिंताजनक स्थिति वाले देश’’ से आए प्रवासियों को जारी सभी ग्रीन कार्ड की ‘‘कड़े तरीके से’’ पुनः समीक्षा करेगा।

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हालांकि हम तकनीकी रूप से आगे बढ़े हैं लेकिन आव्रजन नीति ने उन उपलब्धियों और बहुत से लोगों की जीवन स्थितियों को कमजोर कर दिया है। मैं सभी ‘थर्ड वर्ल्ड’ देशों से आने वाले प्रवास को स्थायी रूप से रोक दूंगा ताकि अमेरिकी व्यवस्था पूरी तरह से पुनःसंगठित हो सके। मैं बाइडन (पूर्व राष्ट्रपति) द्वारा लोगों को अवैध रूप से दिए गए प्रवेश को समाप्त कर दूंगा और उन सभी लोगों को देश से बाहर कर दूंगा जो अमेरिका के लिए उपयोगी नहीं हैं या हमारे देश से प्रेम नहीं करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘केवल प्रवासियों को वापस उनके देश भेजना ही इस स्थिति को पूरी तरह ठीक कर सकता है।’’

लकनवाल (29) अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन की ‘ऑपरेशन एलाइज वेलकम’ योजना के तहत देश में आया था, जिसके तहत 2021 में तालिबान के कब्जे के बाद अफगान नागरिकों को यहां बसाने की पहल की गई थी।

एक अन्य पोस्ट में ट्रंप ने उन लोगों पर भी निशाना साधा जिन्होंने कहा कि उन्होंने आव्रजन नीतियों से देश को प्रभावित होने दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि सोमालिया से आए हजारों शरणार्थी मिनेसोटा राज्य पर ‘‘पूरी तरह कब्ज़ा कर रहे हैं।’’

ट्रंप ने कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर पर भी निशाना साधा और कहा कि वह ‘‘हमेशा हिजाब में रहती हैं और शायद अमेरिका में अवैध रूप से आई हों- वह हमारे देश, संविधान और उन्हें कैसे ‘बुरा’ बर्ताव झेलना पड़ता है, इन सबके बारे में नफ़रत फैलाने वाली शिकायतों के अलावा कुछ नहीं करतीं।’’

अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक तस्वीर भी पोस्ट की, जिसमें 2021 में तालिबान के कब्ज़े के बाद बाइडन प्रशासन के तहत अफगानिस्तान से लाए गए सैकड़ों अफगान नागरिक एक अमेरिकी सैन्य विमान में ठसाठस भरे दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने लिखा, ‘‘यह अफगानिस्तान से लाए गए लोगों का एक हिस्सा है। सैकड़ों हजारों लोग बिना किसी जांच-पड़ताल और सत्यापन के हमारे देश में घुस आए। हम इसे ठीक करेंगे।’’

अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) के निदेशक जोसेफ एडलो ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘‘हर चिंताजनक स्थिति वाले देश से आने वाले प्रत्येक विदेशी नागरिक के ग्रीन कार्ड की पूर्ण और कठोर पुनः समीक्षा’’ का निर्देश दिया है।

एडलो ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इस देश और अमेरिकी जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है और अमेरिकी लोग पिछली सरकार की लापरवाही वाली पुनर्वास नीतियों की कीमत नहीं चुकाएंगे।’’

नयी नीति तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है और यह 27 नवंबर 2025 या उसके बाद दायर किए गए अथवा लंबित सभी अनुरोधों पर लागू होगी।

यूएससीआईएस ने एक बयान में कहा कि वाशिंगटन डीसी में बुधवार को अफगान नागरिक रहमानुल्लाह लकनवाल द्वारा दो नेशनल गार्ड सैनिकों पर की गई गोलीबारी के बाद एजेंसी ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत 19 उच्च-जोखिम वाले देशों के नागरिकों की जांच में ‘‘नकारात्मक, देश-विशिष्ट कारकों’’ को शामिल किया जाएगा।

इन देशों में अफगानिस्तान, म्यांमा, बुरुंडी, चाड, कांगो गणराज्य, क्यूबा, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लाओस, लीबिया, सिएरा लियोन, सोमालिया, सूडान, टोगो, तुर्कमेनिस्तान, वेनेजुएला और यमन शामिल हैं।

ये वही देश हैं, जिन्हें ट्रंप ने इस वर्ष जून में जारी अपने आदेश में यात्रा प्रतिबंध सूची में रखा था।

एडलो ने कहा, ‘‘मेरा प्राथमिक दायित्व है कि हर विदेशी नागरिक की अधिक से अधिक जांच और समीक्षा हो। इसमें यह मूल्यांकन भी शामिल है कि वे कहां से आ रहे हैं और क्यों।’’

नए निर्देशों से यूएससीआईएस अधिकारियों को यह आकलन करने में मदद मिलेगी कि कोई विदेशी नागरिक सार्वजनिक सुरक्षा या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है या नहीं।

ट्रंप ने इस गोलीबारी को ‘‘आतंकी हमला’’ बताया है। जब उनसे पूछा गया कि लकनवाल अफगानिस्तान में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के साथ काम करता था और जांच से गुजरा था, तो ट्रंप ने कहा, ‘‘वह पागल हो गया। यानी बिल्कुल सनक गया। और ऐसा इन लोगों के साथ अक्सर होता है।’’

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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