स्टॉक मार्केट में जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स की मजबूत एंट्री, लिस्टिंग के बाद बना बिकवाली का दबाव…

स्टॉक मार्केट में जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स की मजबूत एंट्री, लिस्टिंग के बाद बना बिकवाली का दबाव…

नई दिल्ली, 31 जुलाई । लैपटॉप, डेस्कटॉप और आईसीटी डिवाइसेज की रीफर्बिशिंग सर्विसेज मुहैया कराने वाली कंपनी जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जोरदार एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। हालांकि लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण कंपनी के आईपीओ निवेशकों को मामूली झटका भी लगा।

आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 237 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी एंट्री करीब 49 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 350 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 355 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण कुछ ही देर में कंपनी के शेयर फिसल कर 328.77 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। इस तरह अभी तक के करोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों का मुनाफा 49 प्रतिशत से घटकर 38.72 प्रतिशत हो गया है।

जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स का 460.43 करोड़ रुपये का आईपीओ 23 से 25 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 150.21 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 266.21 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 226.44 गुना सब्सक्रिप्शन आया था।

इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 47.36 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 400 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 2 रुपये फेस वैल्यू वाले 25.50 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए बेचे गए हैं। आईपीओ के तहत नए शेयरों की बिक्री से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने पुराने कर्ज को चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 32.43 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 52.31 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 69.03 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 46 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 1,420.37 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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