मोदी ने खाद्य तेल के उपभोग में दस प्रतिशत की कमी करने का आह्वान किया..

मोदी ने खाद्य तेल के उपभोग में दस प्रतिशत की कमी करने का आह्वान किया..

नई दिल्ली, 23 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में खास कर बच्चों में मोटापे की बढ़ती समस्या को चिंताजनक बताते हुए लोगों से खाद्य तेल के उपभोग में 10 प्रतिशत की कमी करने का आह्वान किया है।
श्री मोदी ने आकाशवाणी पर प्रसारित होने वाले ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा, ‘देहरादून में राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन के दौरान मैंने एक बहुत ही अहम विषय उठाया है जिसने देश में एक नई चर्चा की शुरुआत की है – ये विषय है ‘मोटापा’। एक फिट और स्वस्थ देश बनने के लिए हमें मोटापे की समस्या से निपटना ही होगा। एक अध्ययन के मुताबिक आज हर आठ में से एक व्यक्ति मोटापे की समस्या से परेशान है। बीते वर्षों में मोटापे के मामले दोगुने हो गए हैं लेकिन इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि बच्चों में भी मोटापे की समस्या चार गुणा बढ़ गई है।’
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का डाटा बताता है कि 2022 में दुनिया-भर में करीब ढाई सौ करोड़ लोगों का वजन ज्यादा था यानि आवश्यकता से भी कहीं ज्यादा वजन था। ये आँकड़े बेहद गंभीर हैं और हम सभी को सोचने पर मजबूर करते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है, अधिक वजन या मोटापा कई तरह की परेशानियों को, बीमारियों को भी जन्म देता है।
श्री मोदी ने कहा, ‘हम सब मिलकर छोटे-छोटे प्रयासों से इस चुनौती से निपट सकते हैं, जैसे एक तरीका मैंने सुझाया था, ‘खाने के तेल में दस प्रतिशत की कमी करना’ आप तय कर लीजिए कि हर महीने 10 प्रतिशत कम तेल उपयोग करेंगे। आप तय कर सकते हैं कि जो तेल खाने के लिए खरीदा जाता है, खरीदते समय ही अब 10 प्रतिशत कम ही खरीदेंगे। ये मोटापा कम करने की दिशा में एक अहम कदम होगा।’
श्री मोदी ने इस मौके पर ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा, जानी मानी एथलीट निखत जरीन और मशहूर चिकित्सक डॉ. देवी शेट्टी के रिकार्डेड संदेश भी सुनवाये जिनमें उन्होंने स्वस्थ खानपान अपनाने, तले भुने भोज्य पदार्थ कम खाने, व्यायाम करने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि खाने में तेल का कम उपयोग और मोटापे से निपटना यह केवल निजी मामला नहीं है बल्कि परिवार के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी है। खान-पान में तेल का अधिक इस्तेमाल हृदय रोग, मधुमेह और हाइपर टेंशन जैसी ढ़ेर सारी बीमारियों की वजह बन सकता है। अपने खान-पान में छोटे-छोटे बदलाव करके हम हमारे भविष्य को तंन्दुरुस्त फिट और रोग मुक्त बना सकते हैं इसलिए हमें बिना देर किये इस दिशा में प्रयास बढ़ाने होंगे, इसे अपने जीवन में उतारना होगा। हम सब मिलकर इसे खेल-खेल में बहुत प्रभावी रूप से कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘ मैं आज ‘मन की बात’ के इस अंक के बाद 10 लोगों को आग्रह करूंगा, चुनौती करूंगा कि क्या वो अपने खाने में तेल को 10 प्रतिशत कम कर सकते हैं, और साथ ही उनसे ये आग्रह भी करूंगा कि वो आगे नए 10 लोगों को ऐसा ही चुनौती दें। मुझे विश्वास है इससे मोटापे से लड़ने में बहुत मदद मिलेगी।’

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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