एससीओ से ट्रंप को संदेश? शी जिनपिंग बोले- शीत युद्ध और धमकाने वाली मानसिकता का विरोध जरूरी…
एससीओ से ट्रंप को संदेश? शी जिनपिंग बोले- शीत युद्ध और धमकाने वाली मानसिकता का विरोध जरूरी…

तियानजिन/नई दिल्ली, 02 सितंबर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को एससीओ समिट के सेशन की शुरुआत करते हुए दुनिया में धमकाने वाली हरकतों की आलोचना की। उन्होंने अपने भाषण में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित दूसरे नेताओं से खास अपील की। जिनपिंग ने कहा कि वे निष्पक्षता और न्याय को अपनाएं। साथ ही, मिलकर शीत युद्ध की मानसिकता, गुटबाजी और धमकाने वाले रवैये का विरोध करें। शी ने आगे कहा, ‘आने वाले समय में जब दुनिया में उथल-पुथल और बदलाव हो रहे हैं, हमें शंघाई भावना को कायम रखना होगा। संगठन के काम को और बेहतर करने की जरूरत है।’
शी जिनपिंग के यह बयान अमेरिका के साथ तनाव के बीच आया है, जहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में हाल ही में भारी-भरकम टैरिफ लगाए गए हैं। इसकी वजह से चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ा है। हालांकि, दोनों देशों में एक समझौता हुआ लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। यूएस से तनाव रूस और भारत की तरफ भी बढ़ गया है। हाल ही में ट्रंप ने भारत पर रूस से तेल खरीदने की वजह से 50% टैरिफ लगा दिया, क्योंकि ये खरीद यूक्रेन युद्ध के दौरान हुई थी। इस टैरिफ के बाद रूस और चीन दोनों ने ट्रंप के फैसले की निंदा की और भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25% टैरिफ को धमकाने वाला करार दिया।
हाथी और ड्रैगन के साथ आने पर जोर
डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार पुतिन से यूक्रेन युद्ध में युद्धविराम करने की बात कही है। उन्होंने हाल ही में अलास्का में पुतिन के साथ मुलाकात की थी, जिसके बाद वाशिंगटन डीसी में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ भी द्विपक्षीय बैठक हुई। इस बीच, एससीओ समिट में भारत और चीन के बीच रिश्तों में सुधार भी चर्चा का बड़ा विषय रहा। रविवार को समिट में बोलते हुए शी जिनपिंग ने कहा कि हाथी और ड्रैगन का एक साथ आना बहुत जरूरी है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समिट चीन के तियानजिन में हो रहा है। 31 अगस्त से शुरू हुए इस दो दिवसीय समिट में चीन, भारत, रूस, पाकिस्तान, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और बेलारूस शामिल हैं।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट