एलन मस्क ने एप्पल पर एक्सएआई की बजाय ओपनएआई को अहमियत देने का लगाया आरोप, कानूनी कार्रवाई की दी धमकी…

एलन मस्क ने एप्पल पर एक्सएआई की बजाय ओपनएआई को अहमियत देने का लगाया आरोप, कानूनी कार्रवाई की दी धमकी…

नई दिल्ली, 13 अगस्त। टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने मंगलवार को टेक दिग्गज एप्पल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी और आरोप लगाया कि कंपनी अपने ऐप स्टोर में ओपनएआई एप्लिकेशन को अनुचित रूप से प्राथमिकता दे रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि इसी पक्षपात के कारण मस्क का अपना एआई स्टार्टअप, एक्सएआई, ऐप स्टोर पर नंबर एक स्थान हासिल नहीं कर पाया।

मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “एप्पल इस तरह से व्यवहार कर रहा है कि ओपनएआई के अलावा किसी भी एआई कंपनी के लिए ऐप स्टोर में नंबर एक स्थान हासिल करना असंभव हो गया है, जो एक स्पष्ट रूप से एंटीट्रस्ट उल्लंघन है। एक्सएआई इस पर तुरंत कानूनी कार्रवाई करेगा।”

उन्होंने एक दूसरे पोस्ट में कहा, “दुर्भाग्य से, हमारे पास क्या विकल्प बचता है? एप्पल ने तराजू पर केवल अपना अंगूठा नहीं, बल्कि अपना पूरी बॉडी रख दी है।”

यह आरोप तब लगाया गया जब एक्सएआई के लार्ज लैंग्वेज मॉडल, ग्रोक और ओपनएआई के चैटजीपीटी के बीच प्रतिस्पर्धा तेज हो गई। एक्सएआई ने पिछले महीने ग्रोक 4 लॉन्च किया और प्रतिस्पर्धियों की तुलना में प्रदर्शन सुधार का दावा किया।

इसके बाद से इस एआई फर्म ने इमेज और वीडियो जनरेशन के लिए ग्रोक इमेजिन और पर्सनलाइज्ड कंपेनियन चैटबॉट जैसे फीचर्स जोड़े।

एप्पल की प्रोडक्टिविटी कैटेगरी में ग्रोक 60वें स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। मुफ्त श्रेणी में प्रतिदिन केवल सीमित संख्या में क्वेरीज की अनुमति है, जिसके बाद इसके लिए सब्सक्रिप्शन की आवश्यकता होती है।

चैटजीपीटी पिछले एक वर्ष से एप्पल के समग्र चार्ट में लगातार पहले या दूसरे स्थान पर रहा है। मस्क ने आरोप लगाया था कि चैटजीपीटी के लिए एप्पल का समर्थन स्वाभाविक लोकप्रियता से प्रेरित नहीं है।

एप्पल ने ऐप स्टोर के एडिटोरियल कंटेंट में चैटजीपीटी को प्रमुखता दी है और ओपनएआई की टेक्नोलॉजी को अपने अपने एप्पल इंटेलिजेंस रोलआउट में शामिल किया है, इसे सीधे सिरी और राइटिंग टूल में इटीग्रेट किया गया।

पिछले हफ्ते, जीपीटी‑5 के लॉन्च पर, चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई ने लगभग 1,000 कर्मचारियों के लिए बड़े बोनस भुगतान की घोषणा की, जो उसके पूर्णकालिक कर्मचारियों का लगभग एक-तिहाई है।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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