उप्र : सपा विधायकों को विधानसभा परिसर में धरना देने से रोका गया…
उप्र : सपा विधायकों को विधानसभा परिसर में धरना देने से रोका गया…
लखनऊ, 14 सितंबर । कानून-व्यवस्था, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) का उत्तर प्रदेश विधान भवन में प्रस्तावित धरना बुधवार को नहीं शुरू हो पाया, क्योंकि पुलिस ने पार्टी विधायकों और नेताओं को धरना स्थल की तरफ जाने से रोक दिया।
सपा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रस्तावित धरने में शामिल होने की तैयारी कर रहे पार्टी के कई विधायकों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया।
सपा की बुधवार सुबह 11 बजे विधानभवन स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरना देने की योजना थी। इसके मद्देनजर धरना स्थल और पार्टी के विक्रमादित्य मार्ग स्थित मुख्यालय पर सुरक्षा के कड़े इंतजााम किए गए थे।
सपा ने कहा कि पार्टी के कई विधायक और नेता पार्टी कार्यालय से विधानसभा की तरफ निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें विधानभवन जाने से रोक दिया।
संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया ने पत्रकारों से कहा कि विधानभवन के आसपास धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं है, जिसके चलते प्रदर्शनकारियों को वहां जाने से रोका जा रहा है और उन्हें धरना स्थल इको गार्डन ले जाया जा रहा है।
समाजवादी पार्टी का यह प्रस्तावित धरना 14 से 18 सितंबर तक होना है। 19 सितंबर से उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने वाला है।
सपा ने ट्वीट कर आरोप लगाया, “लोकतंत्र की हत्या करना बंद करे सरकार! आज विधानसभा में जनहित के मुद्दों को उठाने के लिए धरना देने जा रहे सपा विधायकों को पुलिस ने पहले घरों से बाहर नहीं निकलने दिया। अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ ‘मीडिया’ के बंधुओं को सपा विधायकों से बात भी नहीं करने दे रही पुलिस। घोर निंदनीय!”
पार्टी ने आगे लिखा, “भाजपा (भारती जनता पार्टी) सरकार को क्या लगता है कि सपा कार्यालय पर बल तैनात कर वह समाजवादियों को डरा लेगी? समाजवादी पार्टी का एक-एक नेता व कार्यकर्ता जनता से जुड़े मुद्दों पर आमजन के साथ खड़ा है। हम सत्ता के दबाव के आगे झुकेंगे नहीं। जय समाजवाद!”
सपा ने मंगलवार को कहा था कि पार्टी विधायक प्रदेश की कानून-व्यवस्था, बढ़ती महंगाई और विपक्षी नेताओं व कार्यकर्ताओं पर झूठे आरोपों में मुकदमे दर्ज किए जाने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर 14 सितंबर से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की विधान भवन स्थित प्रतिमा के समक्ष धरना देंगे।
दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट