त्रिपोली में हिंसा से पांच लाख बच्चों को खतरा: यूनिसेफ
त्रिपोली में हिंसा से पांच लाख बच्चों को खतरा: यूनिसेफ

त्रिपोली, 15 मई । संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने बुधवार को कहा कि लीबिया की राजधानी त्रिपोली और उसके आसपास पिछले दो दिनों से बढ़ती हिंसा लगभग पांच लाख बच्चों को प्रभावित कर सकती है।
यूनिसेफ ने एक बयान में कहा, “त्रिपोली में जारी हिंसा के चलते बच्चे, परिवार और मेडिकल स्टाफ घंटों तक अस्पतालों में फंसे रहे। ऐसे अस्पतालों में अल जाला चिल्ड्रन हॉस्पिटल भी शामिल है। आपात सेवाएं समय पर नहीं पहुंच सकीं और बच्चों में भारी तनाव की खबरें मिली हैं।’
यूनीसेफ ने सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून और बाल अधिकार संधि का पालन करते हुए बच्चों और जरूरी ढांचे की सुरक्षा की अपील की है। उसने संघर्ष-विराम की मांग की है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
यूनीसेफ ने कहा, “हम हर बच्चे की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए शत्रुता को समाप्त करने का लगातार आह्वान कर रहे हैं।”
त्रिपोली में सोमवार रात प्रधानमंत्री अब्दुल-हामिद दबीबा के समर्थक 444 ब्रिगेड और राष्ट्रपति परिषद से जुड़ी ताकतवर द स्टैबिलिटी सपोर्ट अपैरटस (एसएसए) गुट के बीच झड़पें हुईं, जिसमें एसएसए प्रमुख अब्दुल गनी अल-किकली उर्फ़ ‘गनीवा’ की मौत की खबरें सामने आई हैं।
लीबिया की त्रिपोली स्थित राष्ट्रीय एकता सरकार ने बुधवार को प्रतिद्वंद्वी मिलिशिया के बीच हुई भीषण झड़पों के बाद संघर्ष-विराम की घोषणा की। झड़पें राजधानी के केंद्रीय और रिहायशी इलाकों तक फैल गई।
उल्लेखनीय है कि 2011 में मुअम्मर गद्दाफी की सत्ता से बेदखली के बाद से लीबिया राजनीतिक अस्थिरता और संघर्षों से जूझ रहा है।
दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट