सिरसा: साइक्लोथान 2.0 का समापन, सीएम सैनी बोले- ‘धाकड़ हरियाणा नशे के खिलाफ एक दीवार बनकर खड़ा हो गया है’…
सिरसा: साइक्लोथान 2.0 का समापन, सीएम सैनी बोले- ‘धाकड़ हरियाणा नशे के खिलाफ एक दीवार बनकर खड़ा हो गया है’…

सिरसा, 28 अप्रैल । हरियाणा सरकार की नशा मुक्ति पहल के तहत शुरू हुई साइक्लोथान 2.0 के अंतिम दिन मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंच से नशे के खिलाफ एकजुट होने की सलाह प्रदेशवासियों की दी। उन्होंने दावा किया कि ये एक सामाजिक आंदोलन है जिसने लोगों को जागरूक किया है। यह अभियान 5 अप्रैल को हिसार से शुरू हुआ था।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज सिरसा में हरी झंडी दिखाकर साइक्लोथान को रवाना किया। यह यात्रा सिरसा से शुरू होकर ओढ़ा में समाप्त हुई। इस अभियान में 50 हजार से ज्यादा साइकिल सवार हिस्सा लिया, जिनमें युवा, बच्चे, महिलाएं और पुरुष शामिल थे। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि नशा मुक्ति के लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट होने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “साइक्लोथान 2.0 न केवल एक साइकिल यात्रा है, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन है, जो युवाओं और समाज को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित कर रहा है।” उन्होंने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी इस साइक्लोथॉन यात्रा ने नशे को पूरी तरह से कमजोर किया है। इसके अलावा, जिस तरह से इस यात्रा में हरियाणा के एक-एक शख्स ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, उससे यह साफ जाहिर होता है कि हमारा यह धाकड़ हरियाणा नशे के खिलाफ एक दीवार बनकर खड़ा हो गया है। अब इस नशे का कोई स्थान हरियाणा में नहीं है। अब हमें इस दिशा में और ज्यादा गति से काम करना होगा।”
उन्होंने कहा, “अगर हम इस तेज गति से काम करेंगे, तो निश्चित तौर पर हम हरियाणा को नशा मुक्त बना देंगे। इसकी शुरुआत हम अपनी तरफ से कर सकते हैं। इसकी शुरुआत हमें अपने घर से करनी होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे घर, गली मोहल्ले का कोई भी व्यक्ति नशे में संलिप्त ना हो। इस दिशा में हमने हरियाणा में कई पहल किए हैं, जिसे जल्द ही जमीन पर उतारा जाएगा।
“उन्होंने कहा, “हमने हरियाणा के कई हॉस्पिटल में नशे को लेकर एक अलग से वार्ड बनाए हैं, जिसमें लोगों को नशे से छुटकारा दिलाने की दिशा में काम किया जा रहा है। हमारे समाज में जो लोग नशा कर रहे हैं, हमें उनसे दूरी नहीं बनानी है, बल्कि हमें उन्हें नशे से मुक्ति दिलानी है।” उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इस यात्रा से आने वाले दिनों में हरियाणा में सार्थक परिणाम आएंगे। यह नशा प्रदेश के विकास की गति को रोकता है। अगर कोई व्यक्ति नशे की गिरफ्त में आता है, तो इससे केवल वो शख्स ही नहीं, बल्कि उसका पूरा परिवार इससे प्रभावित होता है। बता दें कि साइक्लोथान 2.0 हरियाणा सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके तहत नशे की लत से समाज को मुक्त करने का संदेश दिया जा रहा है। हिसार से शुरू हुई यह यात्रा पिछले 22 दिनों में कई शहरों और गांवों से गुजरी, जहां हजारों लोगों ने इसमें हिस्सा लिया। साइकिल सवारों ने फिटनेस की अहमियत बताने के साथ ही नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में भी योगदान दिया।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट