प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर भी हैं रहस्यमय पर्यटन स्थल..
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर भी हैं रहस्यमय पर्यटन स्थल..
-शिखर चंद जैन-

दुनिया में कुछ पर्यटन स्थल बिल्कुल अजीबोगरीब और दंग कर देने वाले हैं। दिलचस्प बात यह है कि ये मनुष्य द्वारा निर्मित नहीं बल्कि प्रकृति द्वारा निर्मित पर्यटन स्थल है। इन्हें देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटक आते हैं।
ग्रैंड प्रिजमेटिक स्प्रिंग, येलो स्टोन पार्क
अमेरिका में मौजूद येलो स्टोन नेशनल पार्क में मौजूद है ग्रैंड प्रिजमेटिक स्प्रिंग। यह अमेरिका का सबसे बड़ा गर्म पानी का झरना है। इस झरने का रंग इंद्रधनुष जैसा है। ऑप्टिकल प्रिज्म से देखे जाने वाले रंगों से मेल खाने के कारण ही इसका नाम प्रिजमेटिक स्प्रिंग रखा गया है। इसके बीचो-बीच नीला पानी है जो धीरे-धीरे हरा, आगे चलकर नारंगी और फिर पीला हो जाता है।
जॉर्डन का वादी रम
चंद्रमा की घाटी के नाम से मशहूर वादी रम प्राकृतिक सौंदर्य का एक अनूठा उदाहरण है। यह दक्षिणी जॉर्डन में अकाबा के पूर्व में मौजूद है। यह घाटी बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट पत्थर के प्राकृतिक क्षरण के कारण बनी है। यहां दूर-दूर तक लाल बालू और चट्टानें नजर आएंगे। 717 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैली यह रेगिस्तान घाटी शानदार और नयनाभिराम दृश्य प्रस्तुत करती है। इसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। इसमें जगह-जगह आपको इस बालू के स्तूप भी नजर आएंगे। कई लोग तो इसे पृथ्वी पर मंगल ग्रह जैसा बताते हैं। यहां कई हॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है जो मंगल ग्रह की थीम पर बनी है। कहते हैं यहां 12000 साल पहले लोगों का निवास था।
वाटनाजोकुल ग्लेशियर (आइसलैंड)
अद्भुत बर्फीली गुफाओं से भरा क्षेत्र है वाटनाजोकुल ग्लेशियर। इसे यूरोप के सबसे बड़े ग्लेशियरों की सूची में रखा गया है। इस ग्लेशियर को आइस कैप के नाम से भी जाना जाता है। यूं तो यहां कई छोटी-बड़ी बर्फीली गुफाएं मौजूद हैं लेकिन स्थाई गुफाएं दो हैं। यहां का नजारा आपको ऐसा लगेगा मानो या तो आप कोई एनीमेशन या हॉलीवुड फिल्म देख रहे हैं या फिर सपनों की दुनिया में खो गए हैं। दूर-दूर तक पसरी बर्फ और उस पर सूरज की रोशनी का अद्भुत प्रभाव आपको दंग कर देगा। यहां की कुछ गुफाएं तो हजार फुट तक लंबी है। यह क्षेत्र 7900 किलोमीटर के विस्तृत क्षेत्र में फैला हुआ है।
हान सोन डुंग (वियतनाम)
माना जाता है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी गुफा है। इस गुफा के भीतर एक अजीबोगरीब दुनिया बसी हुई है। इसमें से तरह-तरह की आवाजें आती रहती हैं जिन्हें सुनकर लोग डर जाते हैं। यह गुफा 9 किलोमीटर लंबी, 200 मीटर चौड़ी और 150 मीटर ऊंची है। गुफा के भीतर न सिर्फ जंगल बल्कि बादल और नदी भी है। कहते हैं यह गुफा लाखों साल पुरानी है लेकिन पर्यटकों के लिए इसे 2013 से ही खोला गया है। यहां बहुत सीमित संख्या में लोगों का प्रवेश की अनुमति है। इसकी खोज 1991 में हो खानह नामक व्यक्ति ने की थी। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसकी पहचान 2009 में हुई। इस गुफा में घूमने के लिए पहले 6 महीने की ट्रेनिंग लेनी पड़ती है जिसके तहत 10 किलोमीटर पैदल चलने और चट्टानों पर चढ़ने का नियमित अभ्यास कराया जाता है।
गुलाबी पानी की हीलर लेक
आपने नीले रंग का पानी देखा होगा, कांच की तरह पारदर्शी या कवक के कारण हरे पानी को भी देखा होगा। लेकिन किसी झील का पानी गुलाबी रंग का भी हो सकता है ऐसा न सुना होगा न देखा होगा। ऑस्ट्रेलिया की हीलर लेक पूरी दुनिया में अपने गुलाबी रंग के लिए मशहूर है। इस झील का आकार भले ही छोटा है लेकिन पर्यटकों के दिल में इसने बड़ी जगह बना ली है। झील चारों तरफ से हरी-भरी है क्योंकि यह पेपरबार्क और यूकेलिपटस के पेड़ों से घिरी हुई है। झील का गुलाबी रंग वास्तव में कवक और इसमें मौजूद बैक्टीरिया की वजह से है। इस झील में नमक की मात्रा बहुत ज्यादा है।
टनल ऑफ लव (यूक्रेन)
यूक्रेन में ट्रेन की पटरी के सहारे एक जगह दोनों तरफ लगातार 4 किलोमीटर की दूरी तक घनी हरियाली इतने घने रूप में आच्छादित है कि इसने सुरंग का स्वरूप ले लिया है। यह प्राकृतिक सुरंग देखने में किसी परीलोक की तरह लगती है। यह सुरंग दरअसल यूक्रेन की इंडस्ट्रियल रेल का एक हिस्सा है। मजे की बात यह है कि सर्दियों में इन पेड़ों, झाड़ियां और लताओं पर बर्फ का आवरण बिछ जाता है जिससे इसकी खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है। गर्मियों में यह बिल्कुल हरी-भरी लगती है और जब पतझड़ का समय आता है तो इसके पीले, हरे, गुलाबी पत्ते मन को अद्भुत सुकून देते हैं।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट