तुर्की और अजरबैजान की यात्राओं से भारतीयों का किनारा, रद्दीकरण में 250 प्रतिशत उछाल…

तुर्की और अजरबैजान की यात्राओं से भारतीयों का किनारा, रद्दीकरण में 250 प्रतिशत उछाल…

नई दिल्ली, 15 मई । ऑनलाइन यात्रा सेवा प्रदाता कंपनी मेकमाईट्रिप ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्पन्न हुए कूटनीतिक तनाव के बीच भारतीय यात्रियों के तुर्की और अजरबैजान की यात्रा से मुंह मोड़ने से इन देशों के लिए बुकिंग में 60 प्रतिशत की गिरावट और रद्दीकरण में 250 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है।

मेकमाईट्रिप के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, “हम अपने देश के साथ खड़े हैं। अजरबैजान और तुर्की की अनावश्यक यात्राओं से बचने की सलाह दी जाती है।” कंपनी ने इन गंतव्यों के लिए सभी प्रचार और ऑफर भी बंद कर दिए हैं।

इस रुख को भारतीय यात्रा उद्योग में व्यापक समर्थन मिल रहा है। यात्रा एजेंसी कॉक्स एंड किंग्स ने दोनों देशों के पैकेज निलंबित कर दिए हैं। वहीं, ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएएआई) ने सामूहिक बहिष्कार का आह्वान करते हुए सभी एजेंसियों को इन देशों के पर्यटन को बढ़ावा न देने की सलाह दी है।

उद्योगपति हर्ष गोयनका ने भी इस बहिष्कार का समर्थन करते हुए कहा कि भारतीय पर्यटक हर साल तुर्की और अजरबैजान की अर्थव्यवस्थाओं में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान करते हैं। उन्होंने कहा कि यह बहिष्कार एक मजबूत आर्थिक संदेश देगा।

इस बीच तुर्की के पर्यटन विभाग ने भारतीयों से अपनी यात्रा योजनाएं रद्द न करने की अपील की, लेकिन यह अपील सोशल मीडिया पर “भारतीय खून के पैसे नहीं देंगे” जैसे नारों के साथ व्यापक आलोचना का शिकार बनी।

ध्यान देने वाली बात यह है कि हाल के महीनों में इन दोनों देशों में भारतीय पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखी गई थी। जनवरी से मई 2024 के बीच तुर्की में 34 प्रतिशत और अजरबैजान में 2.7 गुना वृद्धि हुई थी। लेकिन अब, भावनात्मक प्रतिक्रिया और देशभक्ति की भावना के चलते भारतीय यात्रियों ने स्पष्ट रुख अपनाया है, जिससे यात्रा उद्योग में एक बड़ा बदलाव देखा जा रहा है।

दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट

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