झारखंड में सीजीएल परीक्षा विवाद और छात्रों पर लाठीचार्ज पर सियासत गरम, सीबीआई जांच की मांग.
झारखंड में सीजीएल परीक्षा विवाद और छात्रों पर लाठीचार्ज पर सियासत गरम, सीबीआई जांच की मांग.
रांची, 11 दिसंबर । झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन की कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) परीक्षा का रिजल्ट रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलित छात्रों पर मंगलवार को हजारीबाग में हुए लाठीचार्ज की घटना पर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है।
बुधवार को झारखंड विधानसभा परिसर में भी इस घटना की गूंज रही। सदन शुरू होने से पहले मांडू विधानसभा क्षेत्र से आजसू पार्टी के विधायक निर्मल महतो ने इस घटना के विरोध में सदन के मुख्यद्वार पर धरना दिया। उन्होंने जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों की सीबीआई जांच कराने की मांग की।
निर्मल महतो ने हजारीबाग में परीक्षा रद्द करने को लेकर मंगलवार को प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज की भी जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगें उचित हैं। उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक बाबूलाल मरांडी ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए जेएसएससी सीजीएल परीक्षा रद्द करने की मांग पर छात्रों के आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को अगर इंसाफ नहीं मिलेगा तो उनका आक्रोशित होना स्वाभाविक है। जिस समय यह परीक्षा हुई, उसी समय से छात्र सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने सबूत के साथ बताया है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की। मरांडी ने कहा कि हजारीबाग में छात्रों पर लाठी चार्ज की वह भर्त्सना करते हैं। यह सरकार ने गलत किया है। यह घटना उनकी ताबूत में कील साबित होगी।
झारखंड सरकार के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने इस संबंध में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने स्वार्थ के लिए छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। वे छात्रों की आड़ में अपना सियासी स्वार्थ साधना चाहते हैं। हर किसी को अपना विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन किसी को भी विधि-व्यवस्था भंग करने का अधिकार नहीं है। छात्र उचित फोरम में अपनी बात रखें। सरकार उनकी समस्याओं का समाधान निकालने को तत्पर है, लेकिन राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित आंदोलन के पीछे भारतीय जनता पार्टी चेहरा छिपा कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है, तो हम इसका विरोध करते हैं।
जेएलकेएम (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) के विधायक जयराम महतो ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अपनी वाजिब मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे छात्रों पर हजारीबाग में पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। किसी की अंगुली, किसी का हाथ तो किसी का पांव फ्रैक्चर हुआ है। मैं सदन के अंदर यह मुद्दा उठाऊंगा। सदन के बाहर भी छात्रों के साथ खड़ा हूं, क्योंकि मैं छात्र आंदोलन से निकलकर यहां तक पहुंचा हूं।
उन्होंने कहा कि जब भी छात्र किसी मुद्दे पर आंदोलन करते हैं तो सरकार इसे विपक्ष की साजिश बताने की कोशिश करती है। हमने पहले भी सीएम और सरकार के मंत्रियों से कहा है कि आप छात्रों के बीच जाएं, उनकी बातें सुनें और उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें। लाठीचार्ज में हमारी पार्टी के प्रत्याशी रहे तीन नेता घायल हुए हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट