क्या हैं यूरेनियम संवर्धन जो बना ईरान पर इजराइल के घातक हमलों का कारण..

क्या हैं यूरेनियम संवर्धन जो बना ईरान पर इजराइल के घातक हमलों का कारण..

कैनबरा, 22 जून । बीते हफ्ते इज़रायल ने ईरान के तीन अहम परमाणु ठिकानों नतांज, फोर्दो और इस्फहान पर हमला किया, हमलों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। हालांकि हमलों में कितना नुकसान हुआ, इस बात पर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं, लेकिन इन ठिकानों की रणनीतिक अहमियत को देखकर यह हमला बेहद गंभीर माना जा रहा है। नतांज और फोर्दो वे स्थान हैं, जहां ईरान यूरेनियम संवर्धन करता है, जबकि इस्फहान कच्चा माल सप्लाई करता है। इज़रायल लंबे समय से आरोप लगाता रहा है कि ईरान इन ठिकानों का इस्तेमाल परमाणु हथियार बनाने के लिए कर रहा है और इस दिशा में वह काफी आगे बढ़ चुका है।
ईरान के ये ठिकाने अत्यंत सुरक्षित बंकरों में मौजूद हैं और जमीन के भीतर बने हुए हैं। इसकारण उन पर हमला करना और प्रभावी नुकसान पहुंचाना आसान नहीं है। लेकिन इन हमलों के पीछे सबसे बड़ा मुद्दा यूरेनियम संवर्धन है, इस लेकर दुनिया भर में चिंता है। यूरेनियम संवर्धन का मतलब होता है यूरेनियम में मौजूद यू-235 की मात्रा को बढ़ाना, ताकि वह विखंडन यानी फटने की क्षमता प्राप्त कर सके। प्राकृतिक यूरेनियम में केवल 0.72 प्रतिशत यू-235 होता है, जबकि बम बनाने के लिए 90 प्रतिशत तक बढ़ाना पड़ता है। इस प्रक्रिया में यूरेनियम को गैस में बदलकर सेंट्रीफ्यूज मशीनों में घुमाया जाता है, जिससे भारी यू-238 अलग हो जाता है और हल्का यू-235 एकत्र होता है। यह प्रक्रिया कई चरणों में होती है।
संवर्धन की यह तकनीक ड्यूल यूज़ मानी जाती है इसका इस्तेमाल न केवल बिजली उत्पादन और चिकित्सा में होता है, बल्कि इस हथियारों के निर्माण में भी प्रयोग होता है। फिलहाल ईरान 60 प्रतिशत संवर्धन स्तर तक पहुंच चुका है और विशेषज्ञों का मानना है कि 90 प्रतिशत तक पहुंचने में अब ज्यादा समय नहीं लगेगा। इसकारण इज़रायल और पश्चिमी देशों की चिंता गहराती जा रही है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) लगातार ईरान की परमाणु गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। लेकिन इस बार स्थिति काफी संवेदनशील हो चुकी है, क्योंकि यदि यूरेनियम 90 प्रतिशत संवर्धित हो गया, तब परमाणु बम बनाना महज तकनीकी प्रक्रिया बनकर रह जाएगा। यही डर अब दुनिया के सामने सबसे बड़ा खतरा बनकर खड़ा है।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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