लोकप्रियता पाने को डाक्टर ने खुद रची थी सर कलम की धमकी मिलने की साजिश..

लोकप्रियता पाने को डाक्टर ने खुद रची थी सर कलम की धमकी मिलने की साजिश..

गाजियाबाद,। लोहिया नगर निवासी आयुर्वेदिक डाक्टर अरविंद वत्स अकेला को मिली सर कलम करने की धमकी के मामले का जिले की साइबर सेल और सिहानी गेट पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस का कहना है कि हिंदू संगठन से जुड़े डा. अकेला ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए खुद ही सनसनीखेज धमकी मिलने की साजिश रची थी। इसके लिए उसने अपने मरीज द्वारा की गई वर्चुअल नंबर से की गई कॉल को आधार बनाया था। साजिश का पर्दाफाश होने पर पुलिस ने डा.अकेला से संपर्क करने का प्रयास किया तो वह घर से गायब मिले। जिसके बाद पुलिस ने झूठा केस दर्ज कराने के आरोप में डा. अरविंद अकेला के खिलाफ आईपीसी की धारा 182 के तहत कार्रवाई करने की बात कही है।

एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि लोहिया नगर की अंबेडकर कॉलोनी निवासी डा. अरविंद वत्स अकेला ने 9 सितम्बर को सिहानी गेट थाने में केस दर्ज कराया था। उनका कहना था कि डाक्टरी के पेशे के साथ.साथ वह कई हिंदू संगठनों से भी जुड़े हैं। वह हिंदू स्वाभिमान मंच के यूपी और बिहार के प्रभारी हैं। इस संगठन के संरक्षक डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी हैं।

दर्ज रिपोर्ट में डा.अकेला का कहना था कि 1 सितम्बर की रात को उनके नंबर पर यूएसए के नंबर से दो बार व्हाट्सएप कॉल आईं। वह सो रहे थे, लिहाजा कॉल रिसीव नहीं कर सके। देर रात मिस कॉल देख कॉल की तो वह रिसीव नहीं हुई। 2 सितम्बर और 7 सितम्बर को उसी नंबर से दोबारा व्हाट्सएप कॉल आई। कॉलर ने उनका नाम लेते हुए धमकाया कि तू बहुत से हिंदू संगठनों के लिए काम करता है। हिंदू संप्रदाय के लिए काम करता है। इसलिए तेरा सिर धड़ से जुदा कर दिया जाएगा। लगातार तेरी रेकी की जा रही है। तुझे योगी.मोदी भी नहीं बचा पाएंगे। डाक्टर के मुताबिक धमकी देने वाले ने उन्हें पैरों की फ ोटो भेजी और कन्हैया लाल और डा.उमेश का हवाला भी दिया था।

एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि सिहानी गेट थाने में केस दर्ज होने के बाद मामले की जांच साइबर सेल द्वारा की जा रही थी। जांच में सामने आया कि जिस नंबर से डाक्टर को धमकी मिली, उस नंबर को चलाने वाला युवक मूलरूप से जिला छपरा बिहार का रहने वाला अनीश कुमार है और वर्तमान में मालवीय नगर दिल्ली में किराए पर रहता है। उससे पूछताछ में पता चला कि वह डा. अकेला का पूर्व परिचित है। उसे अस्थमा की बीमारी है। उपचार के संबंध में वह अपने एक परिचित करण सिंह के माध्यम से डाक्टर अकेला से मिला था। डा.अकेला से जितनी बार बात हुईं, वह उपचार के संबंध में ही बात हुईं।

एसपी सिटी की मानें तो पूछताछ के लिए पुलिस ने अनीश कुमार को हिरासत में लिया था। अनीश ने पुलिस को बताया कि वह सॉफ्टवेयर की खासी जानकारी रखता है। उसने सी.प्लस.प्लस और जावा जैसे कंप्यूटर के कई कोर्स कर रखे हैं। दिल्ली के पॉश इलाके में रहने के कारण वह लोगों को टशन दिखाने के लिए यूएसए का वर्चुअल नंबर इस्तेमाल करता है। इंटरनेट पर गूगल के जरिए उसने वर्चुअल नंबर प्राप्त किया था। डाक्टर अकेला ने भी उसे वर्चुअल नंबर जनरेट कर देने की बात कही थी। पुलिस का कहना है कि तकनीकी में माहिर होने की वजह से ही अनीश को पुलिस की जांच का सामना करना पड़ा। एसपी सिटी ने बताया कि बीमारी से ग्रसित अनीश ने डा.अकेला के परामर्श के मुताबिक दिनचर्या अपनाई तो उसके पैरों में सूजन आ गई। फ ोन करने पर डा.अकेला ने पैरों के फ ोटो भेजने के लिए कहा था। इसके बाद अनीश ने उन्हें अपने पैरों की फ ोटो भेज दी। डा. अकेला ने इन्हीं फोटो को आधार बनाकर केस दर्ज करा दिया।

दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट

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