‘रन फॉर यूनिटी’ अब विकसित भारत का संकल्प भी बन गई है : अमित शाह…

‘रन फॉर यूनिटी’ अब विकसित भारत का संकल्प भी बन गई है : अमित शाह…

-शाह ने सरदार पटेल की जयंती पर ’एकता दौड़’ को रवाना किया

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के पहले गृह मंत्री, भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के मौके पर मंगलवार को यहां ‘एकता दौड़’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एकता दौड़ का आयोजन मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में किया गया। सरदार पटेल की जयंती को हर वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, मनोहर लाल खट्टर, नित्यानंद राय, दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना और स्थानीय सांसद बांसुरी स्वराज भी मौजूद थे।

उन्होंने इस प्रोग्राम को संबोधित करते हुए कहा, “आज हम सब ‘रन फॉर यूनिटी’ में एकत्र हुए हैं। ये एकता दौड़ सिर्फ़ भारत की एकता का संकल्प नहीं है। अब एकता दौड़ विकसित भारत का संकल्प भी बन गई है। क्योंकि 2047 में जब भारत अपनी आज़ादी की शताब्दी मनाएगा, तो हमारे देश के प्रधानमंत्री ने इस देश के नागरिकों के सामने एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है और प्रधानमंत्री ने एक ऐसा भारत बनाने का संकल्प लिया है जो हर क्षेत्र में पूरी दुनिया में प्रथम होगा। आज जब मैं आप सबके सामने उपस्थित हूं, तो भारत एक समृद्ध, विकासशील, आगे बढ़ता हुआ, सशक्त राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने खड़ा है।”

उन्होंने आगे कहा, “जब हम अपने इतिहास पर नज़र डालते हैं, तो आजादी के बाद 552 राजे-रजवाड़ों को एक साथ लाने की एक बहुत बड़ी समस्या अचानक देश के सामने खड़ी हो गई। उस समय ये सरदार साहब ही थे, जिन्होंने अपनी दृढ़ निर्णय शक्ति, दृढ़ इच्छा शक्ति और तेज गति से इन सबको एक साथ लाकर आज के भारतीय संघ का नक्शा हम सबके सामने लाया। ये सरदार पटेल ही थे जिनकी दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण आज देश एकजुट है। दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा है। जब स्वतंत्रता दिवस मनाया गया तो सरदार पटेल ने अपनी कुशलता और दृढ़ संकल्प का परिचय देते हुए पूरे जोश के साथ इन सभी रियासतों को भारत के साथ जोड़ा, चाहे वो लक्षद्वीप हो, जूनागढ़ हो या हैदराबाद हो। आज भारत दुनिया के सामने प्रथम बनने के मार्ग पर मजबूती से खड़ा है। इसकी नींव रखने का काम हमारे सरदार पटेल साहब ने किया था।”

उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्षों तक सरदार पटेल को भुलाने का प्रयास किया गया। वर्षों तक उन्हें भारत रत्न के सम्मान से भी वंचित रखा गया। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया कॉलोनी में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करके सरदार पटेल की स्मृति को अमर करने का काम किया है। उन्होंने न केवल लोगों को सरदार पटेल के संदेश को याद दिलाने का काम किया है। नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में सरदार साहब के शब्दों से प्रेरणा ली है। युवाओं को देश के विकास के काम में जुड़ने का आह्वान किया है। मैं पीएम मोदी के शब्दों को दोहराना चाहूंगा कि सरदार साहब के विचार भविष्य में सभी युवाओं के लिए मार्गदर्शक बनने चाहिए।”

उन्होंने कहा कि आज एकता दौड़ के माध्यम से हम भारत की एकता को मजबूत करने का दृढ़ संकल्प लें। आज एकता दौड़ के माध्यम से हम एक बार फिर भारत को विकसित बनाने का संकल्प लें। आइए आज एकता दौड़ के माध्यम से हम एक बार फिर 2047 में पूर्ण विकसित भारत के सपने को पूरा करने का संकल्प लें और पीएम मोदी के नेतृत्व में इस अमृत काल के शुरुआती वर्षों में इसकी मजबूत नींव रखने के लिए काम करें।

अमित शाह ने आगे कहा, “सुबह-सुबह करीब आठ हजार लोग, अनेक संगठनों के दिल्ली के नागरिक यहां एकत्रित हुए हैं। किशोरों, बच्चों और छात्रों की उत्साही भीड़ निश्चित रूप से भारत के उत्साह का प्रतीक है। मैं एक बार फिर आप सभी को ‘रन फॉर यूनिटी’ के लिए शुभकामनाएं देता हूं और पीएम नरेंद्र मोदी के श्रेष्ठ भारत के संकल्प के साथ खुद को जोड़ते हुए अपनी बात समाप्त करता हूं।”

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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