महंगाई के आंकड़ों से तय होगी शेयर बाजार की चाल..
महंगाई के आंकड़ों से तय होगी शेयर बाजार की चाल..
- कच्चे तेल की कीमत और रुपए की चाल भी घरेलू शेयर बाजार को प्रभावित करेगी

मुंबई, 09 मार्च । अमेरिकी टैरिफ में राहत दिये जाने के संकेत के बीच चीन की जवाब कार्रवाई में प्रोत्साहिन पैकेज और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बैंकिंग तंत्र में तरलता बढ़ाने की घोषणा से स्थानीय स्तर पर हुई जबरदस्त लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह डेढ़ प्रतिशत से अधिक उछले घरेलू शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह वैश्विक रुख और फरवरी के महंगाई आंकड़ों से तय होगी। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1134.48 अंक अर्थात 1.55 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 74332.58 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 427.8 अंक यानी 1.93 प्रतिशत की मजबूती के साथ 22552.50 अंक पर रहा। बाजार के विश्लेषकों ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार के लिए यह हफ्ता काफी अहम होने वाला है। खुदरा महंगाई, डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति, डॉलर के प्रति रुपये की चाल, एफआईआई, घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से शेयर बाजार की दिशा तय होगी। इस सप्ताह कच्चे तेल की कीमत और डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल भी घरेलू शेयर बाजार को प्रभावित करेगी। बाजार के जानकारों ने कहा कि घरेलू बाजार ओवरसोल्ड स्तर से ऊपर आ गया है। अगर टैरिफ को लेकर अनिश्चितता कम होती है और इसके साथ ही कॉरपोरेट आय में सुधार होता है तो एक बड़ी रिकवरी देखने को मिल सकती है। शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बिकवाली जारी रखी है। इस दौरान एफआईआई की ओर से बाजार से 15,501 करोड़ रुपये की निकासी की गई है। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 20,950 करोड़ रुपये का निवेश किया है। उनका कहना है कि निफ्टी इस हफ्ते अपने 100 हफ्तों के ईएमए 22,051 से रिकवर करके बंद हुआ है। निफ्टी के लिए 22,700 एक मजबूत रुकावट का स्तर होगा। अगर निफ्टी इस स्तर को तोड़ देता है तो 23,100 का लेवल देखने को मिल सकता है। गिरावट पर इसका सपोर्ट 22,300 और 22,000 पर है।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट