अब किसान खेत में ही फसल अपशिष्ट जलाने के बजाय तैयार करेंगे जैविक खाद…

अब किसान खेत में ही फसल अपशिष्ट जलाने के बजाय तैयार करेंगे जैविक खाद…

गाजियाबाद, 04 अक्टूबर । अब किसानों को फसल अपशिष्ट जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किसान खेत में ही फसल अपशिष्ट से जैविक खाद तैयार कर सकेंगे। इसके लिए कृषि विभाग किसानों को वेस्ट डीकंपोजर से जैविक खाद बनाना सिखाएगा, जिससे किसान पराली जला कर प्रदूषण न फैलाएं।

जिला कृषि अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की समस्या सबसे बड़ा मुद्दा है। किसानों के पराली जलाने पर यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। वर्तमान में धान की फसल काटी जा रही है। किसान धान की पराली को जलाने की बजाय सही उपयोग कर सकें, इसके लिए विभाग ने योजना तैयार कर ली है। किसानों को पराली जलाने से रोकने के उन्हें जैविक खाद तैयार करना सिखाया जा रहा है। वेस्ट डीकंपोजर को पराली पर छिड़कने के बाद इसे जैविक खाद में बदल सकेंगे। इससे किसानों को कई फायदे होंगे। अगर किसान फसल अपशिष्ट जलाता है तो इससे खेत की उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है, जिससे फसल की अच्छी पैदावार नहीं होती। अपशिष्ट का जैविक खाद बनाने से किसान बेहतर फसल उगाकर सकेंगे।

जिला कृषि अधिकारी डॉ आरके सिंह ने बताया कि किसान खेतों में पराली न जलाएं इसके लिए विभिन्न स्तर पर कार्य किया जा रहा है। अब किसानों को फसल अपशिष्ट जलाने से रोकने के लिए जैविक खाद बनाना सिखाया जाएगा। साथ ही फसल अपशिष्ट जलाने से रोकने के लिए जागरूक भी किया जाएगा।

दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट

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