सुपरटेक रोमानो सोसाइटी में हाहाकार : बिजली काटकर भागा फेसिलिटी मैनेजर, लोग तलाश रहे होटलों में कमरे..
सुपरटेक रोमानो सोसाइटी में हाहाकार : बिजली काटकर भागा फेसिलिटी मैनेजर, लोग तलाश रहे होटलों में कमरे..
नोएडा, कोतवाली सेक्टर 113 क्षेत्र के सेक्टर 118 स्थित सुपरटेक रोमानो सोसाइटी में बुधवार सुबह से ही बवाल मचा हुआ है। यहां कॉमन एरिया में बिजली खर्च के लिए प्रत्येक ओनर से 1000 रुपये की मांग का विरोध करने पर एओए ने पूरी सोसाइटी की बिजली काट दी। इस बात से रेजिडेंट्स बेहद गुस्से में हैं। बवाल के मद्देनजर मौके पर पुलिस बल तैनात है। पुलिस इस मामले का हल निकालने की कोशिश कर रही है, लेकिन अब तक समस्या का कोई समाधान नहीं निकला है। अब इस मसले पर गुरुवार यानि कल रेजिडेंट्स ने मीटिंग बुलाई है। सोसाइटी के निवासियों ने समस्याओं के बाबत सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी रेरा, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ, गौतमबुद्ध नगर के डीएम को एक्स पर मदद की गुहार लगाई है।
10 साल पहले बुक कराया था सपनों का आशियाना
सेक्टर 118 स्थित सुपरटेक रोमानो सोसाइटी में अब से कोई 10 साल पहले लोगों ने अपने सपनों के आशियाने के लिए बुकिंग कराई थी। तय समय बीतने के बाद भी बिल्डर फ्लैट नहीं दे पाया। आखिर, मजबूर बायर्स अधूरे बने सोसाइटी में रहने लगे। उसके बाद बिल्डर उनसे मनमाने चार्ज लेने लगा। इस बात का जब भी विरोध होता है तो बिल्डर सोसाइटी की लाइट और पानी बंद कर देते हैं। अब नया मामला कॉमन एरिया के बिजली बिल का है।
240 फ्लैटों में रह रहे हैं लोग
रेजिडेंट्स का कहना है कि बिल्डर कॉमन एरिया में रोशनी के लिए प्रति फ्लैट एक हजार रुपए की मांग कर रहा है। सोसाइटी में लगभग 576 फ्लैट हैं। कुल चार टॉवर आपरेशनल हैं। मौजूदा समय में 240 फ्लैटों में लोग रह रहे हैं। इस हिसाब से बिल्डर छोटे से कॉमन एरिया के लिए लाखों रुपए बिजली बिल के वसूल रहा है। आरोप है कि इस बात का विरोध करने पर अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (एओए) ने सोसाइटी की बिजली काट दी। इस गर्मी में बिना बिजली के लोग बेहद परेशान हो गए। सोसाइटी के लोग जमा हो गए और इसका विरोध करने लगे। मौके पर पुलिस भी आई, लेकिन समस्या का अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।
अब तक नहीं निकाला समाधान
बताया जाता है लाइट काटकर फेसिलिटी मैनेजर मौके से भाग गया। अब सोसाइटी के कुछ लोग रात बिताने के लिए अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लेने की तैयारी कर रहे हैं। जबकि कुछ ऐसे लोग भी हैं जो होटलों में कमरे बुक कर रहे हैं। कोई भी रेजिडेंट्स अभी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि उनकी समस्याओं का समाधान कब और कौन करेगा।
दीदार ए हिन्द की रिपोर्ट