शाह ने बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी, उन्हें देशभक्ति एवं वीरता का प्रतीक बताया
शाह ने बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी, उन्हें देशभक्ति एवं वीरता का प्रतीक बताया
नई दिल्ली, 15 नवंबर। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को भारत के आदिवासी समुदाय के महानतम नेताओं में शामिल बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और उन्हें देशभक्ति एवं वीरता का प्रतीक करार दिया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ देशभक्ति, पराक्रम व धर्मनिष्ठा के प्रतीक बिरसा मुंडा जी ने जनजाति अस्मिता व अधिकारों के संरक्षण हेतु विदेशी शासन के विरुद्ध ‘उलगुलान’ आंदोलन शुरू कर समाज को नई दिशा दी। स्वधर्म और स्वदेश की रक्षा हेतु उनका संघर्ष व समर्पण वंदनीय है।’’
शाह ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जनजातीय समुदाय के गौरवशाली इतिहास व सांस्कृतिक विरासत को चिरस्मरणीय बनाने हेतु ‘‘धरती आबा’’ बिरसा मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाकर जनजातीय नायकों के योगदान को उचित सम्मान दिया है। सभी को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ की शुभकामनाएं।’’ गौरलतब है कि झारखंड की स्थापना 2000 में मुंडा की जयंती पर की गई थी।
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शाह ने कहा, ‘‘ प्राकृतिक सौंदर्य, खनिज संपदा, गौरवशाली इतिहास व संस्कृति से समृद्ध झारखंड के स्थापना दिवस की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान बिरसा मुंडा के त्याग व संघर्ष की इस तपोभूमि के विकास हेतु मोदी सरकार निरंतर समर्पित है। मैं प्रदेश की प्रगति व समृद्धि की कामना करता हूं।’’
मुंडा का जन्म 1875 में हुआ था। उन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन तथा धर्मांतरण गतिविधियों के खिलाफ आदिवासियों को लामबंद किया था। 1900 में रांची जेल में उनकी मृत्यु हो गई थी।
मुंडा ने ‘उलगुलान’ आंदोलन की शुरुआत तत्कालीन ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा आदिवासियों के खिलाफ किए जाने वाले शोषण तथा भेदभाव के खिलाफ की थी।
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