पूर्वोत्तर में भारत की रोमांच पर्यटन राजधानी बनने की क्षमता : एटीओएआई

पूर्वोत्तर में भारत की रोमांच पर्यटन राजधानी बनने की क्षमता : एटीओएआई

कोहिमा, 29 नवंबर। एडवेंचर एंड टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एटीओएआई) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में देश की रोमांच पर्यटन राजधानी बनने की क्षमता है।

रविवार को नगा धरोहर गांव किसामा में पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए 9वें अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मेला के दूसरे दिन “राफ्टिंग, पर्वतारोहण और सड़क यात्रा” पर पैनल चर्चा में एटीओएआई के मानद सचिव विनायक कौल ने कहा कि रोमांच पर्यटन देश में पर्यटन का भविष्य है।

उन्होंने लोगों से पहले अपना देश पूरा घूमने और फिर दूसरी जगहों पर जाने का आह्वान करते हुए कहा कि आर्थिक रूप से भी यह फायदेमंद है क्योंकि आखिरी छोर तक ऐसे पर्यटन में आनंद आता है। नगालैंड के मुख्यमंत्री के सलाहकार अबू मेथा ने आठ पूर्वोत्तर राज्यों को वैश्विक पर्यटन स्थल बनाने के लिए इन क्षेत्रों के विकास के संयुक्त प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया।

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“पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन के लिए मेलों और त्योहारों की संभावना” पर उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए एक संयुक्त प्रयास की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन सकारात्मक आर्थिक प्रभाव लाएगा और रोजगार सृजन करेगा, जिससे इस क्षेत्र को राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया में अपना योगदान बढ़ाने में मदद मिलेगी।

इंडिया ट्रेल्स के निदेशक एवं नगालैंड टूरिज्म एसोसिएशन के अध्यक्ष डेविड अंगामी ने कहा कि बेहतर अवसर पैदा करने के लिए नगालैंड को पर्यटन नीति में सुधार करने की जरूरत है।

पूर्वोत्तर महोत्सव के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामकनु महंत ने दावा किया कि हॉर्नबिल महोत्सव भारत का सबसे बड़ा त्योहार है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर व्यस्त, मेहनती पेशेवरों के लिए, विशेष रूप से जागरूक पर्यटकों के लिए सबसे आदर्श गंतव्य के रूप में उभरेगा।

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