ईमेल आईडी को हैक होने से कैसे बचाएं ये हैं 10 उपाए

ईमेल आईडी को हैक होने से कैसे बचाएं ये हैं 10 उपाए

गत कुछ वर्षों से भारत में आनलाईन डॉटा हैकिंग काफी बढ़ गई है। 2012 में भारत में एक पिज्जा रिटेलर साइट टर्किश हैकर ग्रुप ने हैक कर ली थी। बिजनेस स्टैंटर्ड की माने तो इसमें लगभग 37,0000 एकाउंट्स हैक किए गए थे, जिसमें कस्टमर्स के नाम, फोन/मोबाईल नंबर, ईमेल आईडी व पासवर्ड थे। आज के समय में साईबर सुरक्षा बहुत ही जरूरी है। कुछ समय पहले ही महानायक अमिताभ बच्चन का ट्विटर अकाउंट हैक कर उसपर सेक्स वेबसाइट के लिंक पोस्ट किए जाने लगे जिसके बारे में स्वयं बच्चनजी ने जानकारी दी।

आज बढ़ती तकनीक ने सबकुछ ऑनलाइन कर दिया है। जहां यह एक ओर सुविधाजनक हुआ है तो दूसरी ओर आपके डॉटा के हैक होने की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है जिसके बारे में सतर्कता बहुत ही जरूरी है। बिल भुगतान, ऑनलाइन बैंकिंग और खरीदारी तक सबकुछ इंटरनेट से होने लगा हैं। अब तो जरूरी जानकारियां भी ईमेल पर ही होती हैं। ऐसे में, यदि आपकी ईमेल आईडी हैक हो जाए तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। अतः बचाव के लिए आपकी सर्तकता बहुत जरूरी है। इसके लिए निम्न 10 उपाय अपनाकर आप अपनी ईमेल आईडी को हैकिंग से बचा सकते हैं।

पासवर्ड बदलते रहें

कोशिश करें कि नियमित अंतराल पर 1-2 माह में अपने पासवर्ड को बदलते रहें। प्रयास करें कि प्रत्येक बार नया पासवर्ड बनाएं। संवेदनशील जानकारियां जैसेकि वित्तीय, क्रेडिटध्डेबिट कार्ड व हेल्थ आदि का पासवर्ड अन्य से अलग रखें। इसका उपयोग दूसरी साइट्स में न करें। पासवर्ड बनाते समय अल्फान्यूमैरिक व स्पेशल कैरेक्टर्स आदि का उपयोग करें। पासवर्ड बनाते समय सिक्योरिटी प्रश्न और उत्तर को अधिक स्ट्रांग रखने की कोशिश करें। लंबे समय से प्रयोग न होने वाले खातों या सोशल नेटवर्किंग साइट को बंद कर दे ताकि हैकर इसका फायदा न उठा सके।

ड्युल सिक्योरिटी

ईमेल अकाउंट को अधिक सुरक्षित रखने के लिए डुअल सिक्योरिटी का सहारा ले। इसमें जब भी आप ईमेल खोलने के लिए आईडी और पासवर्ड डालेंगे तो आपको एक अडिशनल कोड मोबाइल पर मिलेगा। इसके उपयोग के बाद ही मेल ओपन होगा। मोबाईल में किसी दूसरे के सिम का उपयोग न करें।

एंटी वायरस का करे

उपयोग मोबाईल, टैब, कंप्यूटर आदि में नियमित रूप से एंटी वायरस एप्लिकेशन का उपयोग करें और समय-समय पर डाटा को स्कैन भी करते रहें।

अन्य स्थानों पर न खोले

अपनी ईमेल आईडी अपने ईमेल आईडी अनजान पीसी जैसे साईबर कैफे, पुस्तकालय, मित्र या रिश्तेदार के पीसी व मोबाइल आदि पर न खोलें। इससे भी ईमेल आईडी हैक होने का खतरा बन जाता है। मजबूरी में यदि दूसरे के पीसीध्मोबाईल का इस्तेमाल करना भी पड़े तो प्राइवेट ब्राउजिंग का सहारा लें। इससे आपके ईमेल आईडी व व्यक्तिगत विवरण के हैक होने का खतरा कम हो जाएगा।

मजबूत पासवर्ड

कोशिश करें कि आपकी ईमेल आईडी का पासवर्ड अलग किस्म का, लंबा, अंग्रेजी के छोटे और बड़े दोनों तरह के अक्षरों का कॉम्बिनेशन, अल्फान्यूमैरिक व स्पेशल कैरेक्टर्स सहित हो। पासॅवर्ड में स्पेस बार का उपयोग करें। अलग-अगल आईडी के लिए भिन्न-भिन्न पासवर्ड का उपयोग करें।

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ओपेन वाईफाई के उपयोग से बचें

कोशिश करें कि ओपन वाईफाई का उपयोग न करें। इसमें आपके मोबाइल, कंप्यूटर और टेबलेट में वायरस भेजा जा सकता है जिससे उनके हैक का खतरा बढ़ जाता हैं। वाईफाई हॉटस्पॉट को खुला न छोडें। अपने मेल या एसएमएस में भी अपने आईडी या पासवर्ड का उपयोग न करें।

अनजान ईमेल खोलने से परहेज

अलग सब्जेक्ट वाली अनजान ईमेल को न खोलें। चूंकि यह वायरस हो भी सकता है जोकि आपके ईमेल अकाउंट तथा डाटा को हैक कर सकता है। मोबाईल से ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग करते हैं तो कई बार ऐसा वायरस आपके बैंक अकाउंट तक को हैक कर लेता है। इनाम या लॉटरी वाली ईमेल पर कभी क्लिक न करें। इससे आपकी मेल हैक होने की पूरी संभावना होती है।

मोबाईल यूज से पहले और बाद

अगर आप मोबाईल रिपेयर के लिए देते हैं या फिर बेचते है तो कोशिश करें कि फैक्ट्री डाटा रीसेट या हार्डबूट करें। दूसरी ओर, अगर नया मोबाईल लेते है तो ईमेल आईडी सेट करने से पूर्व जांच लें कि उसमें कुछ पहले से न हो।

ब्लूटूथ बंद रखें

मोबाईल का ब्लूटूथ सदैव ऑन न रखें। जरूरत के समय ही इसे ऑन करें। ब्लूटूथ को हमेशा ऑन रखने से भी वायरस का खतरा रहता है।

साइड लोडिंग से करें परहेज

प्रायः यूजर्स साइड लोडिंग करते हैं अर्थात् अपने मोबाईल में किसी दूसरे के मोबाईल या लैपटॉप से एप्लिकेशन ट्रांसफर कर लेते हैं। इससे हैकर्स मोबाईल से डाटा उड़ा लेते हैं। कोशिश करें कि पायरेटेड गाने, वीडियो, गेम्स और फोटोग्राफ डाउनलोड न करें।

बालपन

रेत अलग चीनी अलग

बादशाह अकबर के दरबार की कार्यवाही चल रही थी, तभी एक दरबारी हाथ में शीशे का एक मर्तबान(बर्तन) लिए वहां आया।

क्या है इस मर्तबान में? बादशाह ने पूछा।

वह बोला, इसमें रेत और चीनी है।

वह किसलिए? अकबर ने फिर पूछा।

माफी चाहता हूं हुजूर, हम बीरबल की काबिलियत को परखना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि वह रेत से चीनी का दाना-दाना अलग करके दिखाए दरबारी बोला।

बादशाह अब बीरबल की तरफ देखकर बोले, देख लो बीरबल, रोज ही तुम्हारे सामने एक नई समस्या रख दी जाती है। फिर वह मुस्कुराए और आगे बोले, तुम्हें बिना पानी में घोले इस रेत में से चीनी को अलग करना है।

कोई बात नहीं जहांपनाह, यह तो मेरे बाएं हाथ का काम है। कहकर बीरबल ने वह मर्तबान उठाया और दरबार से बाहर चल दिया। बाकी दरबारी भी पीछे थे। बीरबल बाग में पहुंचकर रुका और मर्तबान में भरा सारा मिश्रण आम के एक बड़े पेड़ के चारों ओर बिखेर दिया।

यह तुम क्या कर रहे हो बीरबल? एक दरबारी ने पूछा।

बीरबल बोला, यह तुम्हें कल पता चलेगा।

अगले दिन फिर वे सभी उस आम के पेड़ के पास पहुंचे। वहां अब केवल रेत पड़ी थी, चीनी के सारे दाने चीटियां बटोरकर अपने बिलों में ले गई थीं। कुछ चीटियां तो अभी भी चीनी के दाने घसीटकर ले जाती दिखाई दे रही थीं।

लेकिन सारी चीनी कहां चली गई? एक दरबारी ने पूछा।

रेत से अलग हो गई बीरबल ने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा। सभी जोरों से हंस पड़े।

बादशाह अकबर को जब बीरबल की चतुराई पता चली तो वे दरबारी से बोले, अब तुम्हें चीनी ढूंढनी है तो चीटियों के बिल में घुसना होगा।

सभी दरबारियों ने जोरदार ठहाका लगाया और बीरबल की प्रशंसा करने लगे।

लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट

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