अब यूपी में जमाखोरों के की खैर नहीं
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ नीति कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में उपयोगी सिद्ध हुई है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव व उपचार की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 12 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 11 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 142 रह गई है, जबकि 16,86,928 मरीज कोरोना संक्रमण मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 1,50,986 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 08 करोड़ 04 लाख 62 हजार 512 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। उन्होंने दूसरे प्रदेशों से आ रहे लोगों की समुचित जांच कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लक्षित आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण का सुरक्षा कवच निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में टीकाकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए पात्र लोगों का समय से टीकाकरण किया जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि गत दिवस तक प्रदेश में 11 करोड़ 50 लाख 88 हजार 781 कोरोना वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। इसके अन्तर्गत 02 करोड़ 42 लाख से अधिक लोगों ने टीके की दोनों डोज प्राप्त कर ली हैं। इस प्रकार 16 प्रतिशत से अधिक लोग पूरी तरह टीका कवर प्राप्त कर चुके हैं, जबकि 61 प्रतिशत से अधिक लोगों ने कम से कम एक डोज लगवा ली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू, डायरिया, कॉलरा सहित विभिन्न वायरल बीमारियों से बचाव के लिए सर्विलांस को बेहतर करते हुए हर एक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए। उन्होंने कहा कि फिरोजाबाद, कानपुर, कन्नौज, मथुरा, आगरा आदि जनपदों में विशेष सतर्कता बरती जाए। अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में प्रबंध किए जाएं। उन्होंने व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइज़ेशन और फॉगिंग का कार्य सतत जारी रखने के निर्देश दिए। लक्षणयुक्त मरीजों की जांच जरूर की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्य तेलों और दाल के मूल्य में अचानक तेजी देखी जा रही है। भारत सरकार द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने के लिये स्टॉक लिमिट तय की गई है। उन्होंने जमाखोरों के खिलाफ छापेमारी कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि खाद्य वस्तुओं के मूल्य नियंत्रित रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनजर प्रदेश में शांतिपूर्ण वातावरण बना रहे, इसके लिए सभी नियोजित प्रयास किए जाएं। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक पूरी सतर्कता बरतें। सभी का सहयोग लेकर पर्व-त्योहारों को शांतिपूर्ण ढंग से संपादित कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को सुगमतापूर्वक डी0ए0पी0 खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। प्रत्येक जिले में मांग-आपूर्ति के बीच संतुलन बनाये रखें। डी0ए0पी0 के कृत्रिम अभाव की स्थिति बनाने वालों के साथ कठोरता से निपटा जाए। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के कारण धान व गन्ना सहित जिस भी कृषि उपज का नुकसान हुआ है, राज्य सरकार सबकी क्षतिपूर्ति करेगी। हर प्रभावित किसान को पूरा मुआवजा दिया जाएगा। उन्हांेंने राजस्व और कृषि विभाग को नुकसान के आकलन का काम यथाशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी पात्र किसान क्षतिपूर्ति से वंचित न रहे।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिये प्रदेशव्यापी अभियान तेजी से चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस कार्य की गुणवत्ता में कमी नहीं होनी चाहिए। इसकी निरन्तर मॉनीटरिंग भी की जाए।