प्रतापगढ़ के सांसद संगम लाल गुप्ता को चुनौती, जिस तरह से उन्होंने घटना को प्रचारित किया एक भी वीडियों जारी करें : अजय कुमार लल्लू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कल दिनांक 25 सितम्बर 2021 को विकास खण्ड सांगीपुर जनपद प्रतापगढ़ में हुई अशोभनीय घटना की बड़े शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि गरीब कल्याण दिवस समरोह में भारतीय जनता पाअीर् के सांसद एवं कार्यकर्ताओं द्वारा जिस तरह से उपद्रव, अराजकता एवं मारपीट की गयी, तथा सरकारी कार्यक्रम को बाधित किया गया इसको दुभाग्यपूर्ण बताते हुए न्यायिक जांच की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जो सरकारी कार्यक्रम आयोजित था उसमें क्षेत्रीय विधायक एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधान मण्डल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना एवं पूर्व राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी आमंत्रित थे, साथ ही स्थानीय सांसद संगम लाल गुप्ता भी आमंत्रित थे। कार्यक्रम स्थल पर अपने निश्चित समय पर क्षेत्रीय विधायक श्रीमती आराधना मिश्रा मोना एवं पूर्व सांसद राज्य सभा प्रमोद तिवारी पहुंचे।
कार्यक्रम सुचारू रूप से संचालित हो रहा था तभी सांसद संगम लाल गुप्ता जी पहुंचे, जिनके सम्मान में विधायक श्रीमती मिश्रा ने अभिवादनोपरान्त अपनी कुर्सी सांसद जी को ससम्मान दिया। सांसद के साथ आये कुछ अपराधिक तत्व सभागार में नारेबाजी एवं शोरशराबा करने लगे। जिसे सांसद एवं विधायक तथा पूर्व सांसद ने शांत कराने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन सांसद गुप्ता के साथ आये लोग गाली-गलौज और मारपीट पर आमादा हो गये, उनके साथ आये ओम प्रकाश पाण्डेय उर्फ गुडडू, जो उसी ब्लाक से प्रमुख पद का चुनाव हारे हुए है वह अपनी निजी राजनैतिक रंजिश निकालने के लिए भद्दी-भद्दी गालियों के साथ धमकी देने लगे, तथा मारपीट के लिए अपने लोगों को ललकारने लगे, जिसे संलग्न वीडियों में साफ तौर पर देखा जा सकता हैं तभी दोनों तरफ से नारेबाजी शुरू हो गयी।
लल्लू ने आगे कहा कि सांसद द्वारा झूठ फैलाकर और जिला प्रशासन को दबाव में लेकर एक तरफा कार्यवाही करना ऐसा प्रतित होता है कि उक्त कार्यक्रम राजनैतिक षडयंत्र का शिकार होकर रह गया, विवाद बढ़ने पर सांसद गुप्ता के सुरक्षा कर्मियों एवं मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें सुरक्षित उनकी गाड़ी में बैठाया और सांसद सुरक्षित चले गये।
प्रदेश अध्यक्ष ने सम्पूर्ण घटना की न्यायिक जॉच की मांग करते हुए कहा कि सांसद गुप्ता के दबाव में जिला एवं पुलिस प्रशासन ने एक पक्षीय कार्यवाही की, दूसरे पक्ष द्वारा दी गयी तहरीर पर कोई कार्यवाही न करना, जिला प्रशासन की एक पक्षीय मानसिकता को उजागर करता है।
अंत में लल्लू ने सांसद संगम लाल गुप्ता को चुनौती देते हुए कहा कि उनके द्वारा सम्पूर्ण घटना को जिस तरफ प्रचारित किया गया और उनके साथ अभ्रदता दिखाई गयी उसका एक भी वीडियो प्रदर्शित एवं प्रकाशित करें, जो घटना हुई ही नहीं, केवल मौखिक तौर पर सस्ती लोकप्रियता के लिए की जा रही है स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए सर्वथा अनुचित है।