आपके स्मार्टफोन की बैटरी के सबसे बड़े दुश्मन हैं ये ऐप्स, तुरंत बदलें अपनी सेटिंग्स

आपके स्मार्टफोन की बैटरी के सबसे बड़े दुश्मन हैं ये ऐप्स, तुरंत बदलें अपनी सेटिंग्स

नई दिल्ली: आज के दौर में स्मार्टफोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन बार-बार चार्जिंग की समस्या हर दूसरे उपयोगकर्ता को परेशान करती है। कई बार हम फ़ोन की बैटरी को दोष देते हैं, जबकि असली कसूरवार हमारे फ़ोन में मौजूद कुछ लोकप्रिय ऐप्स होते हैं। हाल ही में आई 2024-2025 की कई तकनीकी रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि सोशल मीडिया और स्ट्रीमिंग ऐप्स बैटरी की खपत के मामले में सबसे आगे हैं।

यहाँ हम उन प्रमुख ऐप्स की सूची दे रहे हैं जो आपके फ़ोन की बैटरी को दीमक की तरह चाट रहे हैं, साथ ही उन्हें नियंत्रित करने के तरीके भी बता रहे हैं।

  1. सोशल मीडिया ऐप्स: बैटरी के सबसे बड़े दुश्मन
    स्मार्टफोन की बैटरी खत्म करने में सबसे बड़ा हाथ सोशल मीडिया ऐप्स का होता है।

फेसबुक और मैसेंजर : ये ऐप्स पृष्ठभूमि में लगातार चलते रहते हैं। चाहे आप इनका इस्तेमाल न भी कर रहे हों, ये डेटा का सिंक करने, संपर्कों को अपडेट करने और सूचनाएं भेजने के लिए सक्रिय रहते हैं।

इंस्टाग्राम और स्नैपचैट: ये दोनों ऐप्स ‘कैमरा’, ‘स्थान’ और ‘उच्च गुणवत्ता वाले मीडिया’ का भारी इस्तेमाल करते हैं। इंस्टाग्राम का ‘पहले से लोड होने वाला’ फीचर (ताकि रील जल्दी चले) और स्नैपचैट की ‘लाइव लोकेशन’ ट्रैकिंग बैटरी को मिनटों में निचोड़ लेती है।

टिकटॉक: जिन देशों में यह उपलब्ध है, वहां वीडियो बफरिंग और स्क्रीन के लगातार ऑन रहने के कारण यह बैटरी खपत में सबसे ऊपर है।

  1. डेटिंग ऐप्स: पृष्ठभूमि गतिविधि का गढ़
    टिंडर, बंबल और ग्राइंडर: ये ऐप्स लगातार आपके ‘स्थान’ (जीपीएस) का पता लगाते रहते हैं ताकि आपको आस-पास के साथी दिखाए जा सकें। साथ ही, इनके तत्काल सूचना सिस्टम के कारण फ़ोन कभी भी ‘सुप्त अवस्था’ में नहीं जा पाता, जिससे बैटरी तेजी से गिरती है।
  2. वीडियो स्ट्रीमिंग और मनोरंजन
    यूट्यूब और नेटफ्लिक्स: अधिक चमक और तेज़ आवाज़ के साथ वीडियो देखना बैटरी का दुश्मन है। लेकिन सिर्फ देखना ही नहीं, ये ऐप्स पृष्ठभूमि में सामग्री डाउनलोड करने और ‘देखने का इतिहास’ सिंक करने में भी काफी ऊर्जा खर्च करते हैं।

स्पॉटिफाई: अगर आप उच्च-गुणवत्ता वाला ऑडियो सुन रहे हैं और साथ ही एल्बम की तस्वीरें डाउनलोड हो रही हैं, तो बैटरी की खपत बढ़ जाती है।

  1. उपयोगिता और स्थान आधारित ऐप्स
    गूगल मैप्स और उबर: जीपीएस बैटरी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने वाले हार्डवेयर में से एक है। रास्ता खोजने के दौरान स्क्रीन का ऑन रहना और उपग्रह से लगातार संपर्क साधना बैटरी को तेजी से खत्म करता है।

अमेज़न एलेक्सा और गूगल असिस्टेंट: ये ऐप्स हमेशा आपके ‘आवाज़ के आदेश’ के इंतजार में माइक्रोफोन को ऑन रखते हैं, जो पृष्ठभूमि में बैटरी खाता है।

बैटरी बचाने के लिए क्या करें? (विशेषज्ञों के सुझाव)
वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार, आप ऐप्स डिलीट किये बिना भी बैटरी बचा सकते हैं:

बैकग्राउंड ऐप रिफ्रेश बंद करें: सेटिंग्स में जाकर भारी ऐप्स (जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम) के लिए पृष्ठभूमि में ऐप रिफ्रेश होने के विकल्प को बंद कर दें।

स्थान की अनुमति सीमित करें: ऐप्स को ‘हमेशा अनुमति दें’ की जगह ‘केवल उपयोग करते समय’ की अनुमति दें।

हल्के संस्करण का इस्तेमाल: फेसबुक या मैसेंजर के मुख्य ऐप की जगह उनके ‘लाइट’ संस्करण का उपयोग करें, जो कम डेटा और बैटरी खाते हैं।

सूचनाओं को प्रबंधित करें: हर छोटी गतिविधि के लिए सूचना की जरूरत नहीं होती। गैर-ज़रूरी ऐप्स की सूचनाएं बंद रखें।

निष्कर्ष:
स्मार्टफोन की बैटरी का जीवनकाल सिर्फ बैटरी की क्षमता (एमएएच) पर नहीं, बल्कि इस पर भी निर्भर करता है कि आप कौन से ऐप्स इस्तेमाल करते हैं और कैसे। थोड़ी सी सावधानी और सेटिंग्स में बदलाव से आप अपने फ़ोन को दिन भर चला सकते हैं।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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