जीवन में कामयाबी चाहते हैं तो करें सही करियर का चुनाव..
जीवन में कामयाबी चाहते हैं तो करें सही करियर का चुनाव..

जीवन में कभी भी भीड़ के पीछे न भागें। आप जो विषय पढ़ाई के लिए चुनते हैं वह आपके पूरे जीवन को प्रभावित करता है। तो क्या एक गलत विषय का चयन आपके जीवन के मायने ही बदल सकता है। जिंदगी हमें अपने गलत फैसलों को ठीक करने का मौका देती है और कई बार ऐसा मौका हमारे जीवन की दिशा ही बदल देता है। यदि आप सावधान और सतर्क रहें तो उन अवसरों में से कुछ को लपक कर उनका भरपूर दोहन कर सकते हैं।
करियर काउंसलिंग का विज्ञान और कला इसी पर निर्भर है कि हर व्यक्ति के जीवन में वह मोड़ जरूर आता है जो उसे उसकी सपनों की मंजिल तक ले जा सकता है। करियर प्लानिंग का फैसला करने की दिमाग खपाऊ प्रक्रिया से कदम पीछे हटाएं और दूसरी चीजों के बारे में सोचें।
जब करियर चुनने का मौका आता है तो हम उसी को लपकने की मानसिकता रखते हैं जिसके पीछे सब भाग रहे होते हैं और उसी भेड़चाल में हम भी शामिल हो जाते हैं। उन्हीं संस्थानों में दाखिला चाहते हैं जहां हमारे दोस्त जा रहे हैं। अपनी ताकत, कमजोरी, जुनून और रूचियों का विश्लेषण करने की जहमत नहीं उठाते हम विश्लेषण करने वाली मानसिकता रखना ही नहीं चाहते अपनी अलग शख्सियत ही नहीं चाहते और उस खास मुकाम तक पहुंचने से पहले कई जगह हाथ आजमाना चाहते हैं।
व्यक्ति का व्यक्तित्व भी दूसरी चीजों के अलावा दिलचस्पियों और जुनून से बनता है। दिलचस्पी और जुनून आपके कौशल और प्रतिभा के सफल प्रयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आपकी दिलचस्पी भवनों और स्थापत्य कला में है और स्थान का उपयोग आप करना जानते हैं तो एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर की बजाए सिविल इंजीनियर के रूप में अधिक सफल रहेंगे। इसी तरह यदि आप लोगों से मिलना-जुलना पसंद करते हैं, उन्हें प्रेरित कर सकते हैं उनके साथ काम करना पसंद है। उनके साथ बातों में आनंद आता है तो आप एचआर मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर, प्रशिक्षक, शिक्षक, काउंसलर, टूर गाइड जैसे करियर में सफल हो सकते हैं।
हर व्यक्ति में कुछ जन्मजात खूबियां होती हैं जो हमारे जीवन का आधार बनती हैं। कुछ लोग इसे फ्लेयर का नाम देते हैं तो कुछ प्रतिभा का हम करियर काउंसलर इसे किसी चीज के लिए एप्टीट्यूड की संज्ञा देते हैं। क्या इसका यह अर्थ हुआ कि जो गुण हमें प्रकृति ने नहीं दिए हम उन्हें विकसित नहीं कर सकते सौभाग्य से इसका जवाब नहीं है। हमें जो पैदाइशी प्रतिभा मिली है उसे हम तराश कर धारदार बना सकते हैं। थोड़े प्रयास से हम नई योग्यता और कौशल भी विकसित कर सकते हैं जो हमें बहुमुखी प्रतिभा का स्वामी बनाएंगे।
असल दुनिया में जब आप सफल लोगों से मिलते हैं तो आप देखेंगे कि सबके सब डॉक्टर या इंजीनियर नहीं होते उनमें कुछ पत्रकार होते हैं कुछ मनोवैज्ञानिक तो कुछ शेफ। कुछ ने सिर्फ बी.ए या बी.कॉम किया होता है। कुछ बिना किसी औपचारिक योग्यता के ही मिलेंगे। इसका यह अर्थ हुआ कि उन्होंने जो करियर चुना वे उससे जुड़े रहे और अपनी मंजिल तक पहुंच गए।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट



