वाराणसी : जलालीपट्टी में पागल बंदर का आतंक, 15 दिनों में 20 लोगों पर हमला..

वाराणसी : जलालीपट्टी में पागल बंदर का आतंक, 15 दिनों में 20 लोगों पर हमला..

वाराणसी, 09 दिसंबर । ककरमत्ता वार्ड-38 के जलालीपट्टी क्षेत्र में पिछले कई दिनों से एक उग्र और पागल बंदर के आतंक से स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। क्षेत्रवासियों के अनुसार पिछले 15 दिनों में लगभग 15–20 लोग बंदर के हमले का शिकार हो चुके हैं। लगातार बढ़ रही घटनाओं के बावजूद नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग की ओर से कोई कार्रवाई न होने पर जनता में भारी नाराज़गी है।

कई बार शिकायत के बाद भी नहीं पहुंची कोई टीम
क्षेत्र के पार्षद ने बताया कि उन्होंने पशु चिकित्सा अधिकारी संतोष पाल को कई बार फोन और संदेश भेजकर बंदर की गतिविधियों और हमलों की जानकारी दी। इसके साथ ही फोटो और वीडियो भी भेजे गए, लेकिन अब तक बंदर को पकड़ने के लिए कोई टीम मौके पर नहीं पहुँची। इस लापरवाही के कारण क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल और बढ़ गया है।

पार्षद के परिवार का बच्चा घायल, अस्पताल में भर्ती
शनिवार को बंदर ने पार्षद के परिवार के मासूम बच्चे आरव बिंद पर हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे एंटी-रैबीज इंजेक्शन लगाया। इस घटना के बाद क्षेत्र में और अधिक तनाव फैल गया है, क्योंकि बंदर का व्यवहार अत्यंत आक्रामक होता जा रहा है।

लोगों में दहशत, बाहर निकलने से डर रहे नागरिक
स्थानीय निवासियों के अनुसार सुबह-शाम बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। स्कूल जाने वाले बच्चे डरे हुए हैं। बुजुर्गों और महिलाओं के लिए स्थिति बेहद खतरनाक हो गई है। लोगों ने बताया कि बंदर अचानक घरों की छतों से या गलियों से निकलकर हमला कर देता है, जिससे चोटें गंभीर हो जाती हैं।

पार्षद ने निगम और पशु विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया
घटना के बाद पार्षद ने नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा “लगातार सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है। प्रशासन तुरंत हस्तक्षेप करे, वरना आंदोलन किया जाएगा।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बंदर को पकड़ने के लिए वन विभाग और संबंधित टीमें तत्काल नहीं भेजी गईं, तो लोग सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।

नागरिकों ने की त्वरित कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन, नगर निगम और वन विभाग से तत्काल संयुक्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि बंदर के आतंक से क्षेत्रवासियों को राहत मिल सके और भविष्य में किसी बड़ी घटना को रोका जा सके। जलालीपट्टी क्षेत्र में बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अब लोग प्रशासन की त्वरित और ठोस कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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