प्रॉपर्टी बेच कर निवेशकों का पैसा लौटाना चाहता है सहारा ग्रुप
प्रॉपर्टी बेच कर निवेशकों का पैसा लौटाना चाहता है सहारा ग्रुप
-सहारा इंडिया कमर्शियल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एसआईसीसीएल) ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की

मुंबई, 06 अक्टूबर। सहारा समूह अब अपनी कुछ बड़ी संपत्तियों को अडानी प्रॉपर्टीज को बेचकर निवेशकों का पैसा वापस करना चाहता है। इस सौदे को पूरा करने की अनुमति देने के लिए सहारा समूह ने सुप्रीम कोर्ट में आवेदन किया है। अगर सुप्रीम कोर्ट इस सौदे को मंजूरी दे देता है तो वर्षों से हजारों निवेशकों का पैसा वापस मिलने का रास्ता खुल सकता है। सहारा समूह की कंपनी, सहारा इंडिया कमर्शियल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर जिन संपत्तियों को बेचने की अनुमति मांगी है उनमें महाराष्ट्र की एंबी वैली और लखनऊ का सहारा शहर भी शामिल हैं। याचिका पर संभवतः 14 अक्टूबर को सुनवाई होगी। अधिवक्ता के माध्यम से दायर याचिका में सहारा समूह से संबंधित विभिन्न संपत्तियों को अडानी प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड को 6 सितंबर 2025 की ‘टर्म शीट’ में निर्धारित नियमों एवं शर्तों पर बेचने की बात कही गई है। याचिका में कहा गया कि इस न्यायालय द्वारा समय-समय पर पारित विभिन्न आदेशों के अनुसरण और अनुमति से एसआईसीसीएल और सहारा समूह बड़ी मुश्किल से अपनी कुछ चल एवं अचल संपत्तियों को बेचने में सक्षम हुए हैं। इन संपत्तियों को बेचने से मिलने वाली राशि को बाजार नियामक सेबी-सहारा ‘रिफंड’ खाते में जमा कर दिया गया है। याचिका में कहा गया है कि कुल 24,030 करोड़ रुपये की मूल राशि में से सहारा समूह ने अपनी चल एवं अचल संपत्तियों की बिक्री/परिसमापन के माध्यम से लगभग 16,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं और उसे सेबी-सहारा ‘रिफंड’ खाते में जमा कर दिया है। समूह ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि 6 सितंबर 2025 की टर्म शीट के तहत एसआईसीसीएल और अडानी प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड के बीच हुई डील, जिसमें 88 संपत्तियों की बिक्री का प्रस्ताव है, को मंजूरी दी जाए। कंपनी ने कहा कि यह प्रस्तावित लेन-देन न केवल सहारा समूह की संपत्तियों से महत्वपूर्ण मूल्य निकालने में मदद करेगा, बल्कि कोर्ट के आदेशों के अनुसार उसकी वित्तीय देनदारियाँ पूरी करने में भी सहायक होगा।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट


