दिन पर दिन बढ़ रहा लिवर कैंसर का खतरा, इन 7 फूड हैबिट्स से होगा बचाव…

दिन पर दिन बढ़ रहा लिवर कैंसर का खतरा, इन 7 फूड हैबिट्स से होगा बचाव…

लिवर कैंसर और लिवर डैमेज जैसी बीमारियां पहले बूढ़े लोगों में देखने को मिलती थी। लेकिन, समय के साथ अब ये समस्या कम उम्र के जवां लोगों में ज्यादा देखने को मिल रही है। स्टडी के डेटा में सामने आया है कि लाइफस्टाइल,मोटापा, एल्कोहल पीना, हेपेटाइटिस इंफेक्शन और यहां तक कि नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर डिसीज का खराब डाइट से सीधा संबंध हैं। ये सारी चीजें लिवर को डैमेज करने और लिवर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को न्योता देती हैं। ऐसे में पाचन में मदद करने वाला और टॉक्सिंस को शरीर से बाहर निकालने वाला अंग लिवर काफी मुसीबत में हैं। अगर आप अपने लिवर को कम उम्र में ही खराब होने से बचाना चाहते तो इन 7 फूड्स को डाइट में जरूर शामिल कर लें।

फाइबर रिच अनाज

रिफाइंड कार्ब्स को खाने की बजाय अपनी डाइट में फाइबर रिच अनाज को शामिल करें। ऐसे अनाज जिनमे छिलका हो या फिर मिलेट्स यानी मोटे अनाज। रिफाइं कार्ब्स जैसे ब्रेड, पास्ता, बेकरी आइटम, बिस्कुट वगैरह बॉडी में तेजी से शुगर में कन्वर्ट हो जाते हैं और लिवर में फैट डिपॉजिट करते हैं। वहीं जब आप डाइट में ओट्स, जौ, बाजरा, ब्राउन राइस, मिलेट्स को खाते हैं। तो ये ब्लड शुगर को रेगुलेट करती है। गट बैक्टीरिया को बढ़ाती है और शरीर में होने वाली इन्फ्लेमेशन को कम करती है। रिसर्च में पता चला है कि फाइबर रिच डाइट नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर डिसीज के रिस्क को कम करती है। जो कि लिवर कैंसर का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है।

फूलगोभी और ब्रोकली प्रजाति की सब्जियां

फूलगोभी, ब्रोकली, पत्तागोभी, सरसों के पत्ते ये क्रूसिफेरस प्रजाति में आते हैं। इन सब्जियों में सल्फ्लोराफेन और इनडोल-3-कार्बिनॉल होता है। ये नेचुरल कंपाउंड डिटॉक्स एंजाइम को एक्टीवेट करते हैं। जिससे लिवर के हार्मफुल पदार्थों कार्सिनोजेन्स को न्यूट्रिलाइज करता है। इन सब्जियों को सप्ताह में तीन बार खाना लिवर की क्षमता को बढ़ा देता है।

कॉफी से होते हैं सरप्राइजिंग फायदे

थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन कई सारी रिसर्च में पता चला है कि कॉफी का मॉडरेट लेवल में कंज्प्शन लिवर कैंसर और लिवर सिरोसिस के रिस्क को कम करता है। कॉफी में क्लोरोजेनिक एसिड और डाइटरीपेंस होते हैं जो इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं। दिन में दो कप कॉफी बिना चीनी, दूध और हैवी क्रीम के लेना फायदेमंद रहता है।

फलों में बेरीज और चेरी करें शामिल

फलों में ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, चेरी और स्ट्राबेरी पॉलिफेनाल्स और एन्थोसियानिन रिच होते हैं, जो पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और लिवर सेल्स को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कैंसर डेवलपमेंट का सबसे बड़ा कारण है। रोजाना मुट्ठीभर फ्रोजन या ड्राइड बेरीज खाना लिवर के लिए प्रोटेक्टिव शील्ड की तरह काम करता है।

ग्रीन टी जरूर पिएं

शुगर वाली ड्रिंक और सोडा लिवर में फैट बनाता है। तो वहीं ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन एंटीऑक्सीडेंट है जो लिवर के फैट मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और इन्फ्लेमेशन को कम करता है। रोजाना ग्रीन पीने वालों में लिवर कैंसर का रिस्क कम रहता है। खाने के आधा घंटा बाद ग्रीन टी पीना लिवर के लिए हेल्दी ऑप्शन है।

ओमेगा 3 रिच फूड्स

ट्रांस फैट्स से भरे डीप फ्राई फूड्स साइलेंटली बॉडी में इन्फ्लेमेशन बढ़ाते हैं। इसलिए इन डीप फ्राई फूड्स की बजाय अखरोट, फ्लैक्स सीड्स और ऑयल फिश से रिप्लेस करें। ओमेगा 3 हार्मफुल ट्राईग्लिसराइड्स को कम करता है और इंसुलिन सेंसेटिविटी को बढ़ाता है। और लिवर के कैंसर के रिस्क को कम करता है।

लहसुन-प्याज के सल्फर कंपाउंड से फायदा

लहसुन और प्याज में सल्फर की मात्रा होती है जो लिवर के डिटॉक्स को बढ़ाती है। रोजाना लहसुन खाने से फैट नहीं जमता और लिवर में एंजाइम का बैलेंस बना रहता है।

अस्वीकरण: यह लेख मात्र सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह के इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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