प्रधानमंत्री मोदी ने शारदीय नवरात्र पर मां कालरात्रि से की देशवासियों के कल्याण और उत्थान की कामना..

प्रधानमंत्री मोदी ने शारदीय नवरात्र पर मां कालरात्रि से की देशवासियों के कल्याण और उत्थान की कामना..

नई दिल्ली, 29 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि के पावन अवसर पर मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना की और समस्त देशवासियों के कल्याण और उत्थान के लिए उनसे दिव्य आशीर्वाद की प्रार्थना की। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए सभी के दुखों को दूर कर जीवन में नई ऊर्जा का संचार करने की कामना की।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक संदेश में कहा, “देवी माँ के चरणों में नमन और वंदन! उनसे कामना है कि सभी के दुखों को दूर कर उनके जीवन में नए तेज का संचार करें। देवी माता के आशीर्वाद से सबका कल्याण हो।” इस दौरान उन्होंने भारतीय संगीतकार और गायक द्विजेन मुखर्जी का भक्ति गीत ‘जागो दुर्गा दशप्रहरणधारिणी’ भी साझा किया। यह संदेश और पूजा-अर्चना ऐसे समय में हुई है जब पूरे देश में नवरात्रि का पर्व बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है और हजारों भक्त विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए उमड़ रहे हैं।

अन्य प्रमुख नेताओं ने भी दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री के अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पोस्ट में कहा, “देवी दुर्गा का सातवां स्वरूप, मां कालरात्रि, दुष्टों का नाश करती हैं और अपने भक्तों को सुरक्षा प्रदान करती हैं। सजीव और निर्जीव जगत का कल्याण हो, सभी का जीवन सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य से परिपूर्ण हो।”

वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मां कालरात्रि की पूजा के विशेष महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह रूप हमें सिखाता है कि विश्वास और साहस के साथ हर अंधकार पर विजय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने प्रार्थना की कि मां के आशीर्वाद से सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश हो और समाज में शांति, सद्भाव और नई ऊर्जा का संचार हो।

मां कालरात्रि: अंधकार का अंत और ज्ञान का प्रतीक
मां कालरात्रि, देवी दुर्गा का सातवां और सबसे भयानक स्वरूप मानी जाती हैं। उनका नाम ‘काल’ (अर्थात समय या मृत्यु) और ‘रात्रि’ (अर्थात रात या अंधकार/अज्ञान) के मेल से बना है। इस प्रकार, मां कालरात्रि उस शक्ति की प्रतीक हैं जो अंधकार का अंत कर प्रकाश और ज्ञान के उदय का मार्ग प्रशस्त करती हैं।

उनका श्याम वर्ण उनके तीव्र और अडिग स्वभाव को दर्शाता है। उन्हें चार भुजाओं से युक्त दर्शाया गया है जो भय और सुरक्षा दोनों का प्रतिनिधित्व करती हैं। उनके ऊपरी दाहिने हाथ से भक्तों को वरदान प्राप्त होता है, जबकि निचले दाहिने हाथ से सुरक्षा और निर्भयता प्राप्त होती है। ऊपरी बाएं हाथ में तलवार और निचले बाएं हाथ में लोहे का गदा है, जिनका उपयोग वे बुरी शक्तियों के नाश के लिए करती हैं।

नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं द्वारा की गई ये प्रार्थनाएं देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एकजुटता को बल प्रदान करती हैं, जहां सभी के लिए मंगल कामना की जा रही है।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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