कैसे बनते हैं पायलट? जानिए कोर्स से लेकर नौकरी और सैलरी से जुड़ी हर जरूरी बात/…
कैसे बनते हैं पायलट? जानिए कोर्स से लेकर नौकरी और सैलरी से जुड़ी हर जरूरी बात/…

भारत में पायलट बनना कई युवाओं का सपना होता है। आसमान में उड़ान भरने का रोमांच, आकर्षक सैलरी और सम्मानजनक करियर इसे सबसे पसंदीदा प्रोफेशन में से एक बनाता है। लेकिन पायलट बनने का रास्ता आसान नहीं होता। इसमें कठोर ट्रेनिंग, उच्च शिक्षा और अनुशासन की आवश्यकता होती है। आइए विस्तार से समझते हैं कि पायलट कैसे बनते हैं।
- पायलट बनने के लिए योग्यता
पायलट ट्रेनिंग के लिए कुछ बुनियादी योग्यताएँ जरूरी हैं:
शैक्षिक योग्यता: 10+2 (फिजिक्स और मैथ्स अनिवार्य) न्यूनतम 50% अंकों के साथ।
आयु सीमा: प्राइवेट पायलट लाइसेंस (पीपीएल) के लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष और कमर्शियल पायलट लाइसेंस (सीपीएल) के लिए 18 वर्ष।
मेडिकल फिटनेस: डीजीसीए द्वारा तय क्लास-1 मेडिकल टेस्ट पास करना अनिवार्य है।
- पायलट बनने की प्रक्रिया
पायलट बनने के लिए मुख्य रूप से तीन चरण होते हैं:
(ए) स्टूडेंट पायलट लाइसेंस (एसपीएल)
यह शुरुआती लाइसेंस है, जो पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से मिलता है।
इसके लिए लिखित परीक्षा (एयर रेगुलेशन, नेविगेशन, मेटेरोलॉजी) और मेडिकल फिटनेस जरूरी है।
(बी) प्राइवेट पायलट लाइसेंस (पीपीएल)
पीपीएल धारक छोटे विमान उड़ाने का अधिकार रखते हैं।
इसमें 40–50 घंटे की फ्लाइंग ट्रेनिंग शामिल होती है।
(सी) कमर्शियल पायलट लाइसेंस (सीपीएल)
पायलट बनने के लिए सबसे अहम लाइसेंस सीपीएल है।
इसके लिए कुल 200 घंटे की फ्लाइंग ट्रेनिंग पूरी करनी होती है।
सीपीएल मिलने के बाद उम्मीदवार एयरलाइन या कार्गो कंपनियों में नौकरी के पात्र हो जाते हैं।
- पायलट ट्रेनिंग के प्रमुख कोर्स और संस्थान
भारत में डीजीसीए द्वारा मान्यता प्राप्त कई फ्लाइंग स्कूल और एकेडमी हैं। इनमें से कुछ प्रमुख हैं:
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स (आईजीआईए), चंडीगढ़
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन, मुंबई
नेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एनएफटीआई), महाराष्ट्र
गुजरात फ्लाइंग क्लब, वडोदरा
इंडियन एविएशन एकेडमी, दिल्ली
कोर्स ड्यूरेशन: 18 महीने से 3 साल तक।
फीस: 25 लाख से 50 लाख रुपये (कोर्स और संस्थान के आधार पर)।
- नौकरी के अवसर
सीपीएल प्राप्त करने के बाद पायलट को विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसर मिलते हैं:
कमर्शियल एयरलाइन पायलट
कार्गो पायलट
कॉरपोरेट/प्राइवेट जेट पायलट
फ्लाइट इंस्ट्रक्टर
डिफेंस फोर्स पायलट (एनडीए या एएफसीएटी परीक्षा के जरिए भारतीय वायुसेना)
- पायलट की सैलरी
पायलट का करियर सबसे आकर्षक वेतन वाले प्रोफेशन में गिना जाता है।
ट्रेनिंग के दौरान (फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर असिस्टेंट): ₹30,000 – ₹50,000 प्रति माह
जूनियर फर्स्ट ऑफिसर (एयरलाइन जॉइन करने पर): ₹1.5 – ₹2 लाख प्रति माह
सीनियर फर्स्ट ऑफिसर: ₹3 – ₹5 लाख प्रति माह
कैप्टन (अनुभवी पायलट): ₹6 – ₹10 लाख या उससे अधिक प्रति माह
(नोट: सैलरी एयरलाइन, अनुभव और विमान के प्रकार पर निर्भर करती है।)
- चुनौतियाँ और जिम्मेदारियाँ
पायलट बनना केवल एक सपना नहीं बल्कि बड़ी जिम्मेदारी भी है।
शारीरिक और मानसिक फिटनेस बनाए रखना अनिवार्य है।
फ्लाइट के दौरान सुरक्षा, अनुशासन और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता चाहिए।
लंबे और अनियमित कार्य घंटे तथा विभिन्न देशों की परिस्थितियों में काम करना पड़ता है।
निष्कर्ष
पायलट बनने का सफर कठिन और महंगा जरूर है, लेकिन यह करियर सम्मान, रोमांच और आकर्षक वेतन के साथ जीवनभर के लिए एक अलग पहचान देता है। यदि आप अनुशासित, मेहनती और दृढ़ निश्चयी हैं तो आसमान की बुलंदियों तक पहुँचना आपके लिए नामुमकिन नहीं है।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट


