कबाइली इलाकों में सैन्य अभियान के खिलाफ इमरान खान, अपनी पार्टी के सीएम से कहा- आप इसकी मंजूरी न दें…
कबाइली इलाकों में सैन्य अभियान के खिलाफ इमरान खान, अपनी पार्टी के सीएम से कहा- आप इसकी मंजूरी न दें…

इस्लामाबाद, 04 अगस्त। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान ने खैबर पख्तूनख्वा के अपनी पार्टी के सीएम से कहा है कि वे अपने राज्य में सेना के अभियान को मंजूरी न दें। इमरान खान ने मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर को स्पष्ट संदेश में कहा है कि संघीय सरकार को खैबर पख्तूख्वा और उसके कबाइली इलाकों में एक और सैन्य अभियान शुरू करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इमरान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सुरक्षा बलों ने तोपखाने और गनशिप हेलीकॉप्टरों के साथ इस हफ्ते की शुरुआत में बाजौर जिले की लोवी मामुंड तहसील में ‘ऑपरेशन सरबकाफ’ शुरू किया था।
इमरान ने सीएम को दिया निर्देश
सेना ने इस क्षेत्र में तीन दिनों का कर्फ्यू लगा दिया है, जिस पर पीटीआई नेतृत्व ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक संदेश में इमरान खान ने कहा, ‘मैं अली अमीन को स्पष्ट संदेश देता हूं कि संघ को खैबर पख्तूनख्वा और कबाइली इलाकों में एक और सैन्य अभियान चलाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। सेना और जनता के बीच टकराव सैन्य संस्था को नष्ट कर देता है। अभियान किसी भी समस्या का समाधान नहीं हैं। मुद्दों को वहां की व्यवस्था के अनुसार बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए।’ गौरतलब है कि इमरान खान इस अकाउंट को खुद संचालित नहीं करते।
सीएम गंडापुर का पार्टी रुख से यूटर्न
इमरान खान के सोशल मीडिया पोस्ट में ये भी कहा गया है कि अफगानिस्तान हमारा मुस्लिम पड़ोसी देश है। उनके साथ भी संबंध बेहतर करने की कोशिश होनी चाहिए और बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाया जाना चाहिए।’ इमरान खान के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने अपने निजी एक्स अकाउंट पर साझा पोस्ट में कहा कि उन्होंने इमरान खान की बात को ध्यान में रखते हुए प्रांत में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए पहले ही कई जिरगाओं की बैठक कराई थी। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हफ्ते की शुरुआत में गंडापुर ने उग्रवादियों के खिलाफ सैन्य अभियान समर्थन किया था, जो पार्टी के आधिकारिक रुख से यू-टर्न था।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट


