गेंद बदले जाने के विवाद में उलझे किशन, ऑस्ट्रेलिया ए की बड़ी जीत…

गेंद बदले जाने के विवाद में उलझे किशन, ऑस्ट्रेलिया ए की बड़ी जीत…

नई दिल्ली, 03 नवंबर अंतिम दिन का खेल के शुरू होने से पहले अंपायर्स द्वारा गेंद बदले जाने के कारण इंडिया ए टीम विवाद में उलझ गई। गेंद बदले जाने से पहले अंपायर्स यह कहते सुनाई दिए कि गेंद पर काफ़ी खरोंच आ जाने के चलते गेंद बदलने का निर्णय लिया गया है। कप्तान नैथन मैक्स्वीनी की नाबाद 88 रन की शानदार पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ए ने भारत ए को चार दिवसीय गैर आधिकारिक टेस्ट के अंतिम दिन रविवार को सात विकेट से हरा दिया।

ऑस्ट्रेलिया ए को 225 रन का लक्ष्य मिला जिसे ऑस्ट्रेलिया ए ने 75 ओवर में तीन विकेट पर 226 रन बनाकर हासिल कर लिया। मैक्स्वीनी ने नाबाद 88 और बो वेब्स्टर ने नाबाद 61 रन बनाये।

इससे पूर्व पहली गेंद डाले जाने से पहले अंपायर शॉन क्रेग और इंडिया ए के कुछ खिलाड़ियों के बीच तीखी बहस हुई। ख़ासतौर पर विकेटकीपर इशान किशन ने शायद अपने आप को बड़ी मुश्किल में डाल लिया क्योंकि उन्हें अंपायर्स के निर्णय को “मूर्खतापूर्ण” करार देते हुए सुना गया।

स्टंप माइक्रोफ़ोन पर कैद की गई आवाज़ में क्रेग को गेंद बदले जाने का कारण बताते हुए सुना गया। क्रेग ने कहा, “गेंद को बदलना होगा। इस पर आगे चर्चा करने की आवश्यकता नहीं है। खेल शुरू करते हैं।” इस पर किशन ने कहा, “तो हमें इस गेंद के साथ खेलना होगा। यह एक मूर्खतापूर्ण निर्णय है।”

क्रेग ने कहा, “माफ़ कीजिए। आपके इस व्यवहार के लिए शिकायत की जाएगी। आप लोगों के चलते ही हमें गेंद बदलना पड़ा है।”

शुरुआत में यह स्पष्ट नहीं था अंपायर्स ने किस वजह से गेंद बदलने का निर्णय लिया है। हालांकि यहां अहम बात यह है कि इस दौरान ऑस्ट्रेलिया ए को नियमानुसार पांच पेनल्टी रन भी नहीं दिए गए। कानून 41.3.14 में पेनल्टी रन देने का प्रावधान है। अगर अंपायर मानते हैं कि गेंद को ग़लत तरीके से बदला गया है तो ऐसा फ़ैसला लिया जा सकता है।

अगर अंपायर्स ऐसा मानते हैं कि गेंद की स्थिति को ग़लत तरीके से बदला गया है तब ऐसी स्थिति में वह विपक्षी टीम के कप्तान यह पूछ सकते हैं कि क्या वह गेंद बदलना चाहते हैं।

41.3.4.1 – अगर गेंद को बदले जाने का आग्रह किया जाता है, तब अंपायर को तत्काल ही पिछली गेंद जैसी ही किसी स्थिति वाली गेंद के साथ खेल शुरू करने का अधिकार है।

41.3.4.2 – गेंदबाज़ी एंड के अंपायर द्वारा विपक्षी टीम के खाते में पांच पेनल्टी रन जोड़े जाने का भी प्रावधान है। इसके साथ ही अंपायर इस संबंध में बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ी टीम के कप्तान को भी अपने इस निर्णय की वजह बता सकते हैं।

मैच के तुरंत बाद जितनी जल्दी हो सके अंपायर्स द्वारा ऑफ़ेंस करने वाली टीम के पदाधिकारी और मैच की गवर्निंग बॉडी के समक्ष इस घटना की शिकायत करने का भी प्रावधान है ताकि कप्तान या दोषी खिलाड़ियों या फिर टीम के ख़िलाफ़ ही कार्रवाई की जा सके।

गेंद की स्थिति को बदलना क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कोड ऑफ़ कंडक्ट में लेवल थ्री का अपराध है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से इस संबंध में टिप्पणी के लिए संपर्क किया गया है।

जब खेल शुरू हुआ तब ऑस्ट्रेलिया ए के कप्तान मैकस्वीनी क्रीज़ पर ही मौजूद थे, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वह गेंद बदले जाने के पूरे घटनाक्रम में किसी तरह शामिल थे या नहीं।

किशन और इंडिया ए के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ दोनों ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफ़ी में भारतीय दल का हिस्सा नहीं हैं। हालांकि पहले मैच के लिए एकादश में शामिल अभिमन्यु ईश्वरन, नितीश रेड्डी और प्रसिद्ध कृष्णा टेस्ट श्रृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया में ही रहेंगे।

मैकस्वीनी ने ऑस्ट्रेलिया ए की चेज़ में 88 रनों की अहम पारी खेली और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट दल के लिए अपने दावेदारी भी ठोक दी है। बो वेबस्टर ने भी एक नियंत्रित पारी खेली और चौथे विकेट के लिए दोनों के बीच 141 रनों की साझेदारी भी हुई।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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