नवादा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे गुंजन सिंह.

नवादा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे गुंजन सिंह.

पटना, 29 मार्च । भोजपुरी सिनेमा के जानेमाने अभिनेता-गायक गुंजन सिंह नवादा संसदीय सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं।

नवादा सीट से किसी मुख्य राजनीतिक पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद गुंजन सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। गुंजन सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन बात नहीं बनी। उन्होंने कहा कि विकास के मुद्दा पर चुनाव लड़ने आए हैं। नवादा की जनता का आदेश हुआ और इस आदेश का पालन करते हुए वह चुनावी मैदान में उतरे हैं।सबसे बड़ा मुद्दा है कि घर का बेटा घर का नेता रहेगा। वह नवादा के बेटा हैं और नवादा के लिए वह काम करेंगे। नवादा में न तो केंद्रीय विद्यालय है, न ही मेडिकल कॉलेज है, यहां बेहतर अस्पताल की सुविधा भी नहीं है। जनता के बीच इन्हीं मुद्दों को लेकर जाऊंगा। जनता हीरो है, भगवान है। मुझे भरोसा है कि यहां की जनता साथ देगी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) मे सीटो में तालमेल के तहत लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के कोटे से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हिस्से में आई नवादा सीट पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सी.पी.ठाकुर के पुत्र और राज्यसभा सासंद विवेक ठाकुर उम्मीदवार हैं। विवेक ठाकुर पहली बार लोकसभा के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं महागठंबंधन में शमिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने श्रवण कुश्वाहा को उम्मीदवार बनाया है।श्रवण कुशवाहा पूर्व में गोविंदपुर विधानसभा क्षेत्र और साथ ही स्थानीय निकाय क्षेत्र से विधान परिषद का भी चुनाव लड़ चुके हैं। श्रवण कुश्वाहा भी लोकसभा चुनाव में पहली बार अपनी किस्मत आजमाएंगे। वहीं नवादा लोकसभा सीट के लिए श्रवण कुशवाहा को प्रत्याशी बनाये जाने के बाद राजद नेता और पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव के भाई विनोद यादव ने नाराज होकर राजद के सभी पद से इस्तीफा दे दिया है और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नवादा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

नवादा सीट से चंदन सिंह ने वर्ष 2019 के चुनाव में राजग के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर जीत हासिल की थी। चंदन सिंह ने (राजद) प्रत्याशी और पूर्व बाहुबली विधायक राजवल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को पराजित किया था। लोजपा में टूट के बाद चंदन सिंह अपने बड़े भाई सूरजभान सिंह के साथ पशुपति पारस के खेमे में शामिल हो गये थे। कुछ दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने सीट बंटवारे को लेकर राजग का दामन छोड़ दिया था। इस बार के चुनाव में चंदन सिंह चुनावी रेस से बाहर हो गये हैं।

गौरतलब है कि बिहार

की 40 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव 19 अप्रैल से 01 जून तक सात चरणों में किये जायेंगे। बिहार में प्रथम चरण की चार सीट गया (सु),औरंगाबाद, नवादा और जमुई (सु.), के लिए मतदान 19 अप्रैल 2024 को होगा।

दीदार ए हिन्द की रपोर्ट

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