विवादित रहे एक कार्यालय अधीक्षक ने सहायक कार्यालय अधीक्षक को सरेआम की गाली गलौज एवं अभद्रता|


दोनों पक्षों में जमकर हुआ हंगामा|
हंगामे को देखकर तहसील परिसर में मची भगदड़
तहसीलदार ने कहा मामले की जांच कराएंगे दोषी को बख्शा नहीं जाएगा|

सहसवान| तहसील कार्यालय के लोकवाणी कक्ष में एक कार्यालय अधीक्षक तथा सहायक के मध्य दैवीय आपदा से संबंधित एक पत्र की रिसीविंग को लेकर जमकर गाली-गलौज के साथ ही तू-तू मैं-मैं एवं लाते घुसे चले जिससे कार्यालय में हड़कंप मच गया| लोग इधर-उधर भागने लगे दोनों पक्षों में जमकर हो रही तकरार मामले को गंभीर मोड़ लिए जाने पर तमाशबीन एवं कर्मचारियों ने जैसे-तैसे दोनों लोगों को शांत कराया परंतु दोनों लोगों ने एक दूसरे को देख लेने की धमकी दी है| जिससे मामला भविष्य में गंभीर होने की संभावना है|
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 4 बजे के लगभग तहसील कार्यालय के लोकवाणी कक्ष में एक विभाग के सहायक कार्यालय अधीक्षक लेखपालों के साथ कुछ वार्ता कर रहे थे| कि इसी बीच कार्यालय अधीक्षक देवीए आपदा से संबंधित एक पत्र तत्काल रिसीव कर कराने के लिए उनके पास पहुंचे प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उपरोक्त कार्यालय अधीक्षक ने सहायक कार्यालय अधीक्षक से जबरन पत्र रिसीव कराने के लिए दबाव बनाने लगे जिस पर दोनों पक्षों जमकर गाली-गलौज तू-तू मैं-मैं के साथ बाक युद्ध प्रारंभ हो गया|
बताया जाता है| कि दोनों के बीच जब लाते घुसे चलने की नौबत आई तब प्रत्यक्षदर्शी एवं लेखपालों ने जैसे-तैसे हंगामा कर रहे दोनों लोगों को अलग कराया|परंतु इस बाबत दोनों कर्मचारियों ने एक दूसरे को भविष्य में देख लेने की धमकी दी है| हंगामे को देख कर कई कर्मचारी एवं प्रत्यक्षदर्शी तहसील परिसर बाहर आ गए तथा चर्चा करने लगे एक दूसरे को भविष्य में देख लेने की दी जा रही धमकी की प्रत्यक्षदर्शी एवं कर्मचारियों ने भविष्य में दोनों लोगों में एक बार फिर किसी बड़े हंगामे को न्योता देने की जानकारी उपलब्ध कराई है|


बताया जाता है| कि इसी वित्तीय वर्ष के महा अप्रैल के दौरान उपरोक्त कार्यालय प्रमुख तहसील परिसर में पट्टे की भूमि को संक्रमण कराए जाने के लिए कई दिनों से तहसील परिसर में चक्कर काट रहे एक बसपा नेता से सुविधा शुल्क न देने पर अधिकारियों से पत्रावली उलझबातें रहे बाद में कार्यालय अधीक्षक द्वारा सुविधा शुल्क लेने के बावजूद जब असंक्रमणीय भूमि को संक्रमणीय भूमि दर्ज नहीं किया गया| तब परेशान बसपा नेता हरबीर ने तहसील कार्यालय में ही जहर खाकर आत्महत्या कर ली हत्या करने से पूर्व मृतक बसपा नेता ने घर में छोड़े सुसाइड नोट में स्पष्ट रुप से लिखा था| कि मेरी मौत का जिम्मेदार उपजिलाधकारी एवं कार्यालय अधीक्षक है|
बसपा नेता की मौत के बाद कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया जिला मुख्यालय पर जमकर हुए हंगामे के उपरांत जिलाधिकारी के निर्देश पर तत्कालीन उपजिलाधिकारी (जिनकी मृत्यु हो चुकी है) तथा कार्यालय अधीक्षक के विरुद्ध थाना कोतवाली में नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई मृतक के परिजनों तथा बसपा कार्यकर्ताओं एवं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जिला मुख्यालय पर किए गए हंगामे के उपरांत कार्यालय अधीक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया गया| निलंबन के उपरांत शासनादेशों के अनुसार अपराध पंजीकृत हुए व्यक्ति को आरोपी वाले स्थल कार्यालय पर दोबारा तैनाती नहीं दी जा सकती है परंतु उपरोक्त कार्यालय अधीक्षक ने जिला प्रशासन से सांठगांठ कर निलंबन अवधि के उपरांत अपनी अपनी पुन: तैनाती अपनी चहेती तहसील चहेते कार्यालय चहेते पद पर करा ली|
बताया जाता है| कि उपरोक्त कार्यालय अधीक्षक पूर्व से ही विवादों में घिरा रहा है और अब भी यदा-कदा सुविधा शुल्क के नाम पर लोगों से विवाद करता रहता है| जागरूक लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन ने उपरोक्त कार्यालय अधीक्षक की मनमानी धींगा मुस्ती पर रोक न लगाई तो तहसील कार्यालय में कभी भी बड़ा हंगामा एवं हादसा हो सकता है|
तहसीलदार शिवकुमार शर्मा से सोमवार को तहसील कार्यालय के लेखपाल सभागार में तहसील कार्यालय के एक कार्यालय अधीक्षक एवं सहायक अधीक्षक के मध्य जमकर हुए हंगामे के बाबत जब पक्ष जानने का किया गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है| अगर ऐसा हुआ है| तो वह मामले की जांच कराएंगे तथा जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगीl

रिपोर्ट- एस.पी.सैनी सहसवान (बदायूं)

Related Articles

Back to top button