भाजपा, बीपीएफ के बीच विधायक दल स्तर की साझेदारी
असम में भाजपा, बीपीएफ के बीच विधायक दल स्तर की साझेदारी
गुवाहाटी, 24 जनवरी। असम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (बीपीएफ) के साथ विधायक दल स्तर की साझेदारी की है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने यह जानकारी दी।
बहरहाल, सरमा ने बताया कि ‘‘राजनीतिक स्तर’’ पर कोई गठबंधन नहीं किया गया है। सरमा ने रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि भाजपा और बीपीएफ विधानसभा में समन्वय करेंगी और सदन के भीतर मिलकर काम करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा विधायक दल ने विधानसभा में एक साझेदार के रूप में बीपीएफ विधायक दल को स्वीकार किया है।’’ उन्होंने कहा कि बहरहाल, बीपीएफ के साथ ‘‘राजनीतिक स्तर’’ पर कोई गठबंधन नहीं है।
बीपीएफ पार्टी राज्य में भाजपा नीत पहली सरकार में शामिल थी, लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले वह सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर हो गई और कांग्रेस नीत विपक्षी महागठबंधन में शामिल हो गई थी।
सरमा ने कहा, ‘‘बीपीएफ ने कांग्रेस और एआईयूडीएफ (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन बाद में बीपीएफ दल गठबंधन से बाहर हो गया था। वे विधानसभा में निष्पक्ष भूमिका निभा रहे हैं।’’
लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट
दिशा पाटनी ने ‘ये काली काली आंखें’ पर किया डांस
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक माहौल के मद्देनजर और सदन में सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए व्यापक सर्वसम्मति सुनिश्चित करने के लिए बीपीएफ दल सदन में हमारे साथ समन्वय करेगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बीपीएफ के साथ इसे लेकर सहमति पर पहुंचने से पहले यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) की मंजूरी ले ली थी। बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में यूपीपीएल और बीपीएफ राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं।
सदन में बीपीएफ के तीन विधायक हैं। ये अब सदन में भाजपा के 62, असम गण परिषद के नौ और यूपीपीएल के सात विधायकों को समर्थन देंगे।
विरोधी खेमे में कांग्रेस के 27, एआईयूडीएफ के 15 और एक माकपा विधायक हैं। इसके अलावा एक निर्दलीय विधायक है। राज्य की 126 विधानसभा में एक सीट रिक्त है।
लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”दीदार ए हिन्द” की रिपोर्ट
प्रज्ञा जायसवाल ने सलमान खान को छुने की मांगी थी परमिशन