योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में कायम किया कानून का राज : अमित शाह
योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में कायम किया कानून का राज : अमित शाह
सहारनपुर (उत्तर प्रदेश), 02 दिसंबर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित होने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सूबे को दंगा मुक्त बनाया है।
शाह ने यह भी कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘एयर स्ट्राइक’ और ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करके पाकिस्तान के घर में घुसकर जवाब दिया। उसके बाद दुनिया भर में संदेश गया है कि भारत की सीमाओं का अतिक्रमण नहीं किया जा सकता।
शाह ने सहारनपुर के बेहट में ‘मां शाकुंभरी देवी विश्वविद्यालय’ की आधारशिला रखने के बाद अपने संबोधन में कहा, “एक जमाना था जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दंगे होते थे। युवा मारे जाते थे। कई दिनों तक कर्फ्यू रहता था और एक तरफा मुकदमे दर्ज करने की प्रवृत्ति होती थी। आज उत्तर प्रदेश को दंगों से बाहर निकालने का काम भाजपा सरकार ने किया है।”
उन्होंने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “अभी मैं अखिलेश जी का भाषण टीवी पर सुन रहा था। वह कह रहे थे कि उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ गया है। अखिलेश जी कहां से चश्मा लाए हो, किस चश्मे से देखते हो।”
केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार और मौजूदा योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में अपराध के तुलनात्मक आंकड़े पेश करते हुए दावा किया, “योगी सरकार के शासनकाल में डकैती की घटनाओं में 70 फीसदी की कमी हुई है। सशस्त्र लूट की घटनाओं में 69 फीसदी, हत्या की घटनाओं में 30 फीसदी, बलवे की वारदात में 31 फीसदी और दहेज हत्या की वारदात में 22.5 फीसदी की कमी हुई है। अखिलेश जी जरा घर जाकर आंकड़े खंगाल लो। आप के शासनकाल में उत्तर प्रदेश में माफिया राज था और आज यूपी में कानून का राज है।”
शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक जमाना था कि माफियाओं से पुलिस डरती थी, लेकिन आज माफिया मुर्गा बन कर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लोगों को पलायन के लिए मजबूर करने वाले तत्वों को खुद भागने को विवश करके योगी सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सम्मान वापस लौटाया है। आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश को किसी भी मां, बेटी और बहन को पढ़ने लिखने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है। किसी की मजाल नहीं है कि वह बेटियों के साथ दुर्व्यवहार कर पाए।
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शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी के शासनकाल में पाकिस्तानी आतंकवादी देश के अंदर घुसते थे और तांडव करके चले जाते थे। दिल्ली के हुक्मरानों पर कोई फर्क नहीं पड़ता था। आतंकवादियों ने उरी और पुलवामा में प्रयास किया, मगर उन्हें मालूम नहीं था कि सरकार बदल गई है। ‘एयर स्ट्राइक’ और ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करके पाकिस्तान के घर में घुसकर जवाब दिया गया। उसके बाद दुनिया भर में संदेश गया है कि भारत की सीमाओं का अतिक्रमण नहीं किया जा सकता।
शाह ने कहा कि पहले की सरकारों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों को बंद करके अपने चट्टे-बट्टों के हाथ बेचने का बड़ा षड्यंत्र चलता था। इसकी सीबीआई जांच चल रही है। पश्चिमी यूपी हो या पूर्वी यूपी, कहीं पर भी एक भी चीनी मिल भाजपा की योगी सरकार बनने के बाद बेची नहीं गई है और ना ही बंद की गई है।
उन्होंने दावा किया, ” उत्तर प्रदेश में अब तक 90 फीसदी किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका है और जो बचा है वह भी देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पिछले साढ़े चार साल में 1,44,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।”
शाह ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार आशीर्वाद दिया है। जिसके फलस्वरूप अनुच्छेद 370 की समाप्ति, तीन तलाक रोधी कानून और राम मंदिर जैसे जटिल मसलों का हल निकाला गया। अब प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को भी आगामी विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जनता के आशीर्वाद की आवश्यकता है। जनता अपने वोट के जरिए इस बार भी भाजपा को 300 से ज्यादा सीटें दिलाए।
इससे पहले, शाह ने मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि शक्ति और संपन्नता दोनों की ही प्रतीक मां शाकुंभरी देवी के नाम पर बनने जा रहे विश्वविद्यालय से आसपास के कई जनपदों के छात्र छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा का प्रबंध होगा। शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया।
यह विश्वविद्यालय 50.43 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा और इसके निर्माण पर 92 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इस विश्वविद्यालय का नामकरण शाकुंभरी देवी के नाम पर किया गया है जिनका बेहट में मंदिर भी स्थापित है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद अमित शाह का उत्तर प्रदेश का यह पहला दौरा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान भी नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे।
सहारनपुर जिले में सात विधानसभा सीटें हैं जिनमें से चार भाजपा के पास, दो कांग्रेस तथा एक समाजवादी पार्टी के पास है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 80 विधानसभा सीटों में से 60 पर भाजपा का कब्जा है और उसके सामने आगामी विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र में अपना वर्चस्व बनाए रखने की चुनौती है।
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