पुणे के एक सिनेमाघर में फिल्म का सस्पेंस सुनाने से रोकने पर व्यक्ति से मारपीट.

पुणे के एक सिनेमाघर में फिल्म का सस्पेंस सुनाने से रोकने पर व्यक्ति से मारपीट.

पुणे, 11 सितंबर। पुणे के पिंपरी चिंचवड़ के एक सिनेमाघर में एक 29 वर्षीय व्यक्ति को कथित तौर पर उस समय पीटा गया, जब उसने एक दूसरे व्यक्ति को वहां देखी जा रही हॉरर फिल्म का सस्पेंस अपनी पत्नी को सुनाने से रोका। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि यह घटना पिछले सप्ताह चिंचवड़ क्षेत्र के एक मल्टीप्लेक्स में घटी, जब शिकायतकर्ता अपनी पत्नी के साथ ‘द कॉन्ज्यूरिंग-लास्ट राइट्स’ फिल्म देखने गया था।

एक अधिकारी ने शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि आरोपी और उसकी पत्नी पीछे की पंक्ति में बैठे थे और आरोपी उसे ऊंची आवाज में कहानी सुना रहा था।

जब शिकायतकर्ता ने उसे ऐसा करने से मना किया और सस्पेंस खराब न करने तथा दूसरों को परेशान न करने का आग्रह किया तो आरोपी ने कथित तौर पर उसके साथ दुर्व्यवहार किया और उसे पीटा।

अधिकारी ने बताया कि जब शिकायतकर्ता की पत्नी ने हस्तक्षेप किया तो आरोपी और उसकी पत्नी ने उसके साथ भी मारपीट की।

मारपीट के दौरान पीड़ित को मामूली चोटें आईं और उसने बाद में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी।

अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर चिंचवड़ पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 117 (सार्वजनिक रूप से अपराध के लिए उकसाना), 115 (उकसाना), 352 (हमला) और संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

बीदर विवि के भ्रष्टाचार मामले में कर्नाटक के 69 स्थानों पर एकसाथ छापेमारी

बैंगलोर, 10 सितंबर (वेब वार्ता)। कर्नाटक के बीदर पशु चिकित्सा एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में लोकायुक्त अधिकारियों ने राज्य में 69 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की है।

विश्वविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के घरों और कार्यालयों पर यह छापेमारी की गई। भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बीदर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई थी। यह शिकायत बेंगलुरु के वेंकट रेड्डी नामक व्यक्ति ने दर्ज कराई थी। साल 2021 में विश्वविद्यालय में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के घरों और कार्यालयों में दस्तावेजों की जाँच की जा रही है।

राज्य भर में 69 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया है, जिनमें बीदर जिले में 24, बेंगलुरु में 31, कोप्पल में 2, चिकमंगलूर जिले में 2 स्थानों के साथ-साथ हसन, रामनगर, कोलार और उडुपी में की गई छापेमारी शामिल है। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि 4 अक्टूबर 2021 को 35 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। इस संबंध में लोकायुक्त द्वारा की गई जांच में पाया गया कि 22 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। छापेमारी लोकायुक्त एडीजीपी मनीष खरबीकर की निगरानी में की गई और दस्तावेजों का सत्यापन जारी है।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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