मध्य क्षेत्र के पांच बल्लेबाजों की फिफ्टी, पश्चिम पर 118 रन की बढ़त..

मध्य क्षेत्र के पांच बल्लेबाजों की फिफ्टी, पश्चिम पर 118 रन की बढ़त..

बेंगलुरु, 08 सितंबर। दलीप ट्रॉफी के दोनों सेमीफाइनल मुकाबले बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सलेंस के मैदान ‘ए’ और ‘बी’ पर खेले जा रहे हैं। शनिवार को तीसरे दिन का खेल समाप्त हुआ। पहले सेमीफाइनल में दक्षिण क्षेत्र (साउथ जोन) के खिलाफ उत्तर क्षेत्र (नॉर्थ जोन) ने पहली पारी में पांच विकेट पर 278 रन बना लिए हैं। टीम अभी भी दक्षिण के स्कोर से 258 रन पीछे है। इससे पहले शुक्रवार को दक्षिण क्षेत्र की टीम पहली पारी में 536 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी। वहीं, दूसरे सेमीफाइनल में मध्य क्षेत्र (सेंट्रल जोन) ने पश्चिम क्षेत्र (वेस्ट जोन) के खिलाफ मजबूत स्थिति बना ली है। स्टंप्स तक मध्य क्षेत्र का स्कोर आठ विकेट पर 556 रन है और उसने पहली पारी में 118 रन की बढ़त हासिल कर ली है। पश्चिम क्षेत्र की टीम इससे पहले 438 रन पर सिमट गई थी।

दक्षिण क्षेत्र बनाम उत्तर क्षेत्र (पहला सेमीफाइनल-तीसरा दिन)
जम्मू-कश्मीर के शुभम खजूरिया ने नाबाद शतक से उत्तर क्षेत्र को तीसरे दिन स्टंप तक पहली पारी में पांच विकेट पर 278 रन तक पहुंचाया लेकिन दक्षिण क्षेत्र दलीप ट्रॉफी फाइनल में पहुंचने का प्रबल दावेदार बना हुआ है। दक्षिण क्षेत्र ने सेमीफाइनल में पहली पारी में 536 रन बनाए थे। इसके जवाब में उत्तर क्षेत्र अब भी 258 रन से पीछे चल रहा है। अब उत्तर क्षेत्र की उम्मीदें खजूरिया पर टिकी हैं जिन्होंने 245 गेंद (20 चौके, एक छक्का) में नाबाद 128 रन बनाए। उत्तर क्षेत्र की पारी की शुरुआत खराब रही और कप्तान अंकित कुमार छठे ओवर में गुरजपनीत सिंह की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए।

फिर यश धुल (14) भी सस्ते में आउट हो गए जिससे टीम ने पहले आधे घंटे के खेल में 38 रन पर दो विकेट गंवा दिए। आयुष बडोनी (40) ने खजूरिया के साथ 63 रन जोड़कर पारी को संभाला। लेकिन बडोनी फिर एमडी निधीश की गेंद पर आउट हो गए और उत्तर की टीम का स्कोर तीन विकेट पर 101 रन हो गया। इसके बाद खजूरिया को हरियाणा के स्पिन ऑलराउंडर निशांत सिंधू (82) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए दिन की सबसे महत्वपूर्ण 171 रन की साझेदारी निभाई। दूसरे सत्र में दोनों ने दबदबा बनाए रखा और दक्षिण को कोई सफलता नहीं मिलने दी। खजूरिया ने 107 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया और सिंधू दूसरे छोर पर सहजता से खेलते रहे।

बारिश के कारण खेल में कुछ बाधा पड़ी। तब खजूरिया 97 और सिंधु 71 रन पर खेल रहे थे, खेल दोबारा शुरू होने पर जम्मू-कश्मीर के इस सलामी बल्लेबाज ने 204 गेंद पर अपना आठवां प्रथम श्रेणी शतक पूरा किया। सिंधू अंत में 82 रन (148 गेंद) बनाकर आउट हो गए। इसके बाद विकेटकीपर कन्हैया वधावन भी शून्य पर रन आउट हो गए। लेकिन खजूरिया डटे रहे और दिन के अंत तक नाबाद रहे।

पश्चिम क्षेत्र बनाम मध्य क्षेत्र (दूसरा सेमीफाइनल-तीसरा दिन)
हर्ष दूबे (75 रन) और उपेंद्र यादव (87 रन) ने अलग अलग अंदाज में अर्धशतक जड़कर मध्य क्षेत्र को शनिवार को यहां पश्चिम क्षेत्र के खिलाफ पहली पारी में महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई जिससे टीम दलीप ट्रॉफी के फाइनल की दहलीज पर पहुंच गई। सेमीफाइनल के तीसरे दिन स्टंप तक मध्य क्षेत्र ने आठ विकेट पर 556 रन बनाकर पहली पारी के हिसाब से 118 रन की बढ़त बना ली। दिन के अंतिम ओवर में दीपक चाहर (33 रन) के आउट होने के बाद सारांश जैन 37 और यश ठाकुर चार रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।

दूबे और यादव ने छठे विकेट के लिए 134 रन की भागीदारी निभाकर पश्चिम क्षेत्र से मैच छीन लिया। दोनों की बल्लेबाजी का अंदाज अलग था। यादव ने जहां संयम से बल्लेबाजी की तो वहीं दूबे ने आक्रामकता दिखाई। महाराष्ट्र के ऑलराउंडर दूबे ने शुरुआत से ही ताबड़तोड़ चौके जड़े। उन्होंने शुरूआती 25 रन के अंदर पांच बाउंड्री लगा दी थीं। पर फिर भी 62 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। यादव ने 37 रन पर मिले जीवनदान का फायदा उठाया और 84 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। धर्मेंद्र जडेजा (101 रन देकर चार विकेट) की गेंद पर आर्य देसाई ने गली में यादव का कैच छोड़कर उन्हें जीवनदान दिया।

इस साझेदारी ने मध्य क्षेत्र को पश्चिम क्षेत्र के पहली पारी में 438 रन के स्कोर को पार करने में मदद की। 23 वर्षीय दूबे बारिश के कारण छोटे से व्यवधान से ठीक पहले आउट हो गए। जडेजा की गेंद पर स्लिप में शम्स मुलानी ने उनका आसान कैच लपका। यह भागीदारी मध्य क्षेत्र के लिए अहम रही क्योंकि दिन के पहले सत्र में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। मध्य क्षेत्र ने सुबह दो विकेट पर 229 रन से आगे खेलना शुरू किया। कप्तान रजत पाटीदार (77) और शुभम शर्मा (96) अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, उनकी साझेदारी जल्द ही 127 रन तक पहुंच गई। लेकिन पाटीदार को अपनी आक्रामकता का खामियाजा भुगतना पड़ा, वह जडेजा के खिलाफ स्वीप करने से चूक गए और क्लीन बोल्ड हो गए। उनके आउट होने के बाद पश्चिम क्षेत्र ने जल्दी जल्दी दो और विकेट झटककर दबदबा बनाया।

यश राठौड़ (02) जडेजा की गेंद पर स्लिप में ऋतुराज गायकवाड़ के हाथों लपके गए और शुभम एक रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए। शुभम शतक से महज चार रन दूर थे लेकिन तनुश कोटियन के थ्रो पर निराशाजनक तरीके से रन आउट हो गए। मध्य क्षेत्र का स्कोर दो विकेट पर 287 रन से पांच विकेट पर 322 रन हो गया। लंच तक उनका स्कोर पांच विकेट पर 358 रन था और पश्चिम के स्कोर तक पहुंचने के लिए उन्हें 81 रन की जरूरत थी। टीम ने दूसरे सत्र में बिना कोई विकेट गंवाए इसे पूरा कर लिया। चाहर और जैन ने अंतिम सत्र में आठवें विकेट के लिए अच्छी साझेदारी करके पश्चिम क्षेत्र की परेशानी बढ़ा दी।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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