यूनुस सरकार बनी अमेरिका की गुलाम, अफसरों को वॉट्सएप पर मिल रहे निर्देश

यूनुस सरकार बनी अमेरिका की गुलाम, अफसरों को वॉट्सएप पर मिल रहे निर्देश

-अमेरिकी राजनयिक सरकार ही नहीं न्यायपालिका के फैसलों में भी शामिल

ढाका,बांग्लादेश की यूनुस सरकार अमेरिका के सामने नतमस्तक हो गई। यूनुस प्रशासन का कंट्रोल पूरी तरह अमेरिका के पास है, स्थिति यह है कि ढाका में मौजूद अमेरिकी दूतावास के राजनयिक मोहम्मद यूनुस सरकार में शामिल प्रमुख सलाहकारों को सरकारी कामकाज और नीति से जुड़े मामलों में सीधे वॉट्सएप के जरिए निर्देश देते हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के ज्यादातर सलाहकार अपने-अपने मंत्रालयों से जुड़े निर्देशों को स्वीकार करते हैं। एक मीडिया न्यूज ने दावा किया है कि उसने महत्वपूर्ण और संवेदनशील विभागों के प्रभारी पांच अलग-अलग सलाहकारों को भेजे गए इन संदेशों को हासिल किया है। जून में एक सलाहकार की करीबी को एक अमेरिकी राजनयिक ने 298 शब्दों का संदेश लिखा- जो धमकी जैसा था। यह एक महिला थीं, जिनके 8 अगस्त 2024 से पहले और बाद में अमेरिकी दूतावास के राजनयिकों के साथ सीधे संबंध थे।

रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राजनयिक ने लिखा-यूएसटीआर ने वाणिज्य सचिव के साथ हुई बातचीत का नकारात्मक मूल्यांकन हमारे साथ साझा किया है। हमें खुशी है कि खलील रहमान की ऑस्ट्रियन ट्रेडर्स लिंच के साथ बैठक तय है। यूएसटीआर व्यक्तिगत रूप से खलील का बहुत सम्मान करता है और बांग्लादेश ने श्रम सुधार और खरीद बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धताओं के लिए सद्भावना बनाई है। इसमें आगे कहा गया है कि वे रेसिप्रोकल टैरिफ ढांचे के समझौते पर झुकेंगे नहीं। वॉइट हाउस इस ढांचे को बातचीत के रूप में नहीं देख रहा है, बल्कि एक प्रस्ताव के रूप में देख रहा है, जिसे आप स्वीकार कर सकते हैं और टैरिफ से बच सकते हैं या अस्वीकार कर सकते हैं और 37फीसदी हासिल कर सकते हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि 8 अगस्त 2024 को मोहम्मद यूनुस के पद संभालने के बाद एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया गया था। इस ग्रुप में अधिकांश सलाहकार शामिल हैं। सलाहकारों के सीधे मैसेज और अमेरिकी राजनयिकों के जवाब काफी आम हैं। कुछ दिन पहले एक अन्य सलाहकार को भी दूतावास में अमेरिकी राजनयिक से निर्देश मिले थे। इसी तरह एक महिला सलाहकार को भी यूनुस के सत्ता में आने के तुरंद बाद से निर्देश मिलने लगे थे।

अमेरिकी राजनयिक सिर्फ सरकार ही नहीं बल्कि न्यायपालिका के फैसलों में भी शामिल हैं। ढाका में एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक ने इस साल मई के तीसरे सप्ताह में एक शीर्ष न्यायाधीश से मुलाकात की थी। 28 मई को राजनयिक के दोहा होते हुए अमेरिका की 21 दिवसीय यात्रा पर जाने के कुछ दिनों बाद ही मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट ने जमात-ए-इस्लामी के एक शीर्ष नेता एटीएम अजहरुल इस्लाम को रिहा कर दिया। विधि सलाहकार ने इस फैसले का स्वागत किया था।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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