इस खेल में निरंतरता के साथ प्रदर्शन करना बेहद जरूरी है : जायसवाल…

इस खेल में निरंतरता के साथ प्रदर्शन करना बेहद जरूरी है : जायसवाल…

लंदन, 04 अगस्त। इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में 118 रनों की शानदार पारी खेलने वाले युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने कहा कि वह अपनी पारी को और बड़ा करना चाहते थे, लेकिन अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं।

तीसरे दिन के खेल के बाद मीडिया से बातचीत में जायसवाल ने कहा, “मैं और बेहतर करना चाहता था। अगर पारी बड़ी होती तो और भी अच्छा रहता। लेकिन मेहनत रंग लाई और इसका लुत्फ़ उठा रहा हूं। मेरा प्रयास हमेशा यही रहता है कि जितना संभव हो सके उतनी देर तक क्रीज पर टिकूं।”

जायसवाल ने इस सीरीज में अब तक दो शतक और दो अर्धशतक सहित कुल 411 रन बनाए हैं। ओवल में उनका शतक इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में उनका चौथा शतक रहा। उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाड़ियों और कोच से उन्हें यही सीख मिली है कि निरंतर मेहनत ही सफलता की कुंजी है। “क्रिकेट निरंतरता का खेल है। हम नेट्स पर कड़ी मेहनत करते हैं ताकि मैदान पर खेल आसान हो जाए। इस दौरे ने मुझे मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक तौर पर बहुत कुछ सिखाया है,” उन्होंने कहा।

जायसवाल ने अपने पहले इंग्लैंड दौरे को यादगार बताते हुए बताया कि मुख्य कोच गौतम गंभीर से हुई चर्चाएं उनके लिए काफी मददगार रहीं। “गंभीर सर के साथ नेट्स पर हमने रणनीति और गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कला पर काफी काम किया। उनका मार्गदर्शन मेरे लिए बेहद उपयोगी रहा।

दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट

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