कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजों, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के रुख से तय होगी शेयर बाजार की दिशा…

कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजों, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के रुख से तय होगी शेयर बाजार की दिशा…

नई दिल्ली, 21 जुलाई स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह इन्फोसिस और बजाज फाइनेंस जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता से जुड़े घटनाक्रमों तथा वैश्विक रुझानों से तय होगी।

विश्लेषकों ने यह राय जताई है।

एक विश्लेषक का कहना है कि बाजार सोमवार को तीन दिग्गज कंपनियों – रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया दे सकता है।

देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को जून तिमाही के लिए 26,994 करोड़ रुपये का अपना अबतक का सबसे अधिक तिमाही लाभ दर्ज किया है। यह एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 78.3 प्रतिशत का उछाल है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ”सभी की निगाहें चालू तिमाही नतीजों के सत्र पर टिकी हैं। निवेशक सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान सबसे पहले तीन दिग्गज कंपनियों – रिलायंस, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक – के नतीजों पर प्रतिक्रिया देंगे। इसके बाद के सत्रों में, इन्फोसिस, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया सहित कई बड़ी कंपनियां अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी।”

उन्होंने कहा, ”वैश्विक स्तर पर, बाजार भागीदार व्यापार समझौतों से जुड़े घटनाक्रमों पर नजर रखेंगे। इनसे विदेशी संस्थागत निवेशकों ( एफआईआई) के प्रवाह और मुद्रा की चाल को दिशा मिलेगी।”

इस बीच, एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को जून, 2025 तिमाही के लिए अपने एकीकृत शुद्ध लाभ में 1.31 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। बैंक का शुद्ध लाभ घटकर 16,258 करोड़ रुपये रह गया है।

आईसीआईसीआई बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 15.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 13,558 करोड़ रुपये रहा है।

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा, ”जैसे ही हम एक नए सप्ताह में प्रवेश कर रहे हैं, बाजार विभिन्न घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक संकेतकों का इंतजार कर रहा है। घरेलू मोर्चे पर, निवेशक इटर्नल, अल्ट्राटेक सीमेंट, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, नेस्ले जैसी प्रमुख कंपनियों के पहली तिमाही की नतीजों पर कड़ी नजर रखेंगे।”

भारत और अमेरिका के वार्ताकारों ने 17 जुलाई को वाशिंगटन में प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के लिए पांचवें दौर की वार्ता पूरी की। यह वार्ता वाशिंगटन में चार दिन (14-17 जुलाई) तक चली। ये विचार-विमर्श महत्वपूर्ण हैं क्योंकि दोनों पक्ष एक अगस्त से पहले एक अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर विचार कर रहे हैं। अमेरिका के जवाबी शुल्क पर रोक की अवधि एक अगस्त को समाप्त हो रही है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख- संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि एक अगस्त की शुल्क की समयसीमा से पहले भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के लिए लंबे समय से चल रहे इंतजार की वजह से निवेशक बाजार से दूरी बनाए हुए हैं।

इसके अलावा निवेशक विदेशी संस्थागत निवेशकों की गतिविधियों और कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव पर भी नजर रखेंगे।

बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 742.74 अंक या 0.90 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 181.45 अंक या 0.72 प्रतिशत के नुकसान में रहा।

दीदारे ए हिन्द की रीपोर्ट

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