89 के हुए ‘हीमैन’ धर्मेंद्र, बेटे सनी देओल ने दी शुभकामनाएं…
89 के हुए ‘हीमैन’ धर्मेंद्र, बेटे सनी देओल ने दी शुभकामनाएं…
नई दिल्ली, 08 दिसंबर हिन्दी सिनेमा में लंबा अर्सा गुजार चुके सुपरस्टार धर्मेंद्र आज अपना 89वां जन्मदिन मना रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के जरिए सनी देओल ने अपने ‘पापा जी’ को शुभकामनाएं दी हैं।
सनी देओल ने कुछ तस्वीरों के साथ पिता धर्मेंद्र को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी है। तस्वीरों की इस रील के बैकग्राउंड में हैप्पी बर्थडे धुन सुनाई दे रही है। कैप्शन में लिखा है हैप्पी बर्थडे पापा, मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं।
सनी के इस पोस्ट में कुछ फोटो उस दौरान की हैं जब सनी देओल बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले थे। सनी के पोस्ट पर फैंस की ओर से सुपरस्टार धर्मेंद्र को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी जा रही हैं।
89 के धर्मेंद्र इस उम्र में भी काफी सक्रिय हैं। अक्सर अपना रूटीन फैंस संग शेयर करते रहते हैं। कुछ दिन पहले ही विदेश में थे वहां से लौटे तो तुरंत अपडेट दिया कि वो लौट आए हैं।
धर्मेंद्र ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर करते हुए फैंस को यह जानकारी साझा की थी कि वह बहुत खुश हैं कि वह अपनी मातृभूमि लौट आए हैं। उनका एक और पोस्ट चर्चा के केंद्र में रहा था। उन्होंने अपने फैंस का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था-मेरा नाम धर्मेंद्र मेरे पिता ने रखा था। लेकिन आप लोगों ने इतना प्यार दिया और मुझे हीमैन बना दिया।
पंजाब के लुधियाना जिले के साहनेवाल में 8 दिसंबर को 1935 में धर्मेंद्र का जन्म हुआ था। यहां से उन्होंने मुंबई तक का सफर तय किया। आज भी कई मौकों पर जब पंजाब की बात आती है तो धर्मेंद्र भावुक हो जाते हैं। वह साहनेवाल से काफी प्यार करते हैं। एक चर्चा के दौरान उन्होंने बताया था कि उनके पिता ने एक नीम का पेड़ लगाया था। आज वह नीम का पेड़ काफी बड़ा हो चुका है। मैं जब भी उस नीम के पेड़ के पास जाता हूं तो मुझे यह अहसास होता है कि वह मुझसे कह रहे हैं मैं कहीं नहीं गया हूं मैं यहां हूं तेरे पास।
फिल्म स्टार सलमान खान ने एक बार उनसे एक टीवी शो पर पूछा था कि आपका पंसदीदा एक्टर कौन है। धर्मेंद्र ने दिलीप कुमार का नाम लिया था। धर्मेंद्र ने कहा था कि हम भले ही दो मां की कोख से जन्मे हैं। लेकिन दिलीप साहब मेरे भाई हैं। दिलीप कुमार जैसा न कोई था और न कभी होगा। मैं आज जो भी हूं उन्हीं के वजह से हूं। उन्हें देखकर ही मैंने एक्टिंग में आने का मन बनाया था।
दीदार ए हिन्द की रीपोर्ट